महादेवी के १० रूपों की आराधना की जाती है या समस्त संकटों को हरने वाली होती है इन महाविद्याओ की उच्च स्तर की साधना की जाती है इन महाविद्याओं की तंत्र साधना बहुत उपयोगी एवं फलदायक है इनकी साधनाओं से इच्छित फल की प्राप्ति एवं साधक को असीम शक्तियां प्राप्त होती है इनकी साधना सात्विक तथा राक्षसी दोनों ही तरह से की जाती है तंत्र विद्याओं में स्वतंत्र संसाधनों में इनका अलग ही महत्व है|
देवी मंत्र द्वारा वशीकरण
महादेवियों के रूप-
1-मां भद्रकाली
मां काली 10 महाविद्याओं में से एक है या देवी का शक्ति स्वरूप है यह संघार की देवी मानी जाती है इनका यह रूप लेने की वजह दैत्यों का विनाश करना था मां भद्रकाली की समस्त भारत में आराधना की जाती है यह काल की छवि के रुप में जानी जाती जाती है इनके द्वारा अनेक इनकासिद्धियां तंत्र साधनाएं करने पर विशेष महत्व ।
2-माँ तारा
मां तारा को सर्व सिद्धि का कारक माना जाता है यह यह सूर्य से प्रकट हुई थी इनकी साधना करने वाले व्यक्ति सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं और उसका कभी कोई शत्रु नहीं होता और उसको उसकी सभी इच्छाओं को पूर्ण होने में समय नहीं लगता या केंद्र की देवी है समानता वह पूर्ण ब्रह्मांड की स्वामिनी है।
3- माँ ललिता
मां ललिता प्रकाश की देवी है या दूध की तरह उज्जवल रूप वाली है देवी की दो भुजाएं हैं इनकी पूजा पद्धति ललितशास्त्री ललितासहस्त्रनाम आदि है यह संपूर्ण फलों की प्राप्ति का वर देती है ।
4- माँ भुवनेश्वरी –
माता भुनेश्वरी ऐश्वर्या की देवी है यह प्रजापालक भावनाओं की प्रतीक मानी जाती हैं विश्व हित के लिए उपासना की जाती है इनके नक में ब्रह्मांड का दर्शन होता है उनका चेहरा सूर्य की तरह लालिमा युक्त है इनके बीज मंत्र का जप करने से सभी सिद्धियां प्राप्त होती है
5- मां भैरवी-
मां भैरवी गले में मुंड माला धारण किए तथा अपने हाथों में कमल धारण किए हुए हैं मां लाल वस्त्र से सुशोभित भक्तों की हर इच्छाओं की पूर्ति करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है ।
6- माँ छिन्नमस्तिका-
पुराणों में मां छिन्नमस्तिका का वर्णन शिव की आदिशक्ति के रूप में है इसके अनुसार चंडी का रूप धर माँ राक्षसों का संघार किया था परंतु देवी मां की सहयोगियो जया विजया की रक्त की प्यास शांत नहीं हुई तब मां ने स्वयं का सर काटकर उनकी प्यास भुझाई थी
7-माँ धूमावती –
मां धूमावती का स्वरूप अत्यंत भयानक प्रतीत होता है पर या बिल्कुल विपरीत है धूमावती की साधना करने से अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है यह संघार की देवी है इनकी पूजा ऋषि दुर्वासा भ्रगु परुशराम ने की थी और जीवन भर करते रहे धूमावती का स्वरुप अत्यंत भयानक है यह तंत्र मंत्र की देवी है या अपने भक्तों के शत्रुओं को समाप्त कर देती है
8-माँ बगलामुखी
मां बंगलामुखी अत्यंत शक्तिशाली माता है उनका एक नाम पीतांबरा भी है इनकी आराधना पीले वस्त्र पहनकर ही की जाती है यह शत्रुओं को क्षण भर में नष्ट कर देती है मां बगलामुखी शत्रुओं का नाश वशीकरण तंत्र मंत्र की स्वामी है इनको साधना द्वारा प्रसन्न किया जा सकता है और उनसे मनवांछित फल की प्राप्ति की जा सकती है
9-माँ मातंगी –
मां मातंगी नवी महाविद्या है यह संगीत की देवी कही जाती है इनकी आराधना से दांपत्य जीवन में सुख यश की प्राप्ति होती है इनको दीर्घकाल तक तपस्या कर ही प्रसन्न किया जा सकता है
10- कमला
मां कमला का स्वरूप अत्यंत मोहकारी एवं इनका वर्ण सोने जैसी दिखाई देता है मां की साधना करने वाला व्यक्ति कभी निर्धन नहीं होता या माँ की साधना से विद्वान एवं धनी बनाने का आशीर्वाद देती हैं इनकी साधना करने वाला व्यक्ति चारों दिशाओं में अपने यश का संचार करता है
वशीकरण –
1-वशीकरण यंत्र तंत्र मंत्र तीनो प्रकार से किया जाता है पर दुर्गा सप्तशती के सिद्ध मंत्रो द्वारा किसी को भी अपने वशीभूत कर सकते है वशीकरण करने हेतु सुबह स्वच्छ होकर स्नान कर लाल वस्त्र धारण कर मंत्रों का 108 बार 21 दिन जप करना चाहिए इन मंत्रों के द्वारा आप इच्छित व्यक्ति को अपने वश में कर सकते हैं
मंत्र –
ज्ञानिनामपिह चेतांसि, देवीह्म भगवती ही सः
बलादाकृष्यः मोहायः , महामायः प्रयच्छति
2- यदि आप किसी को अपने वश में करना चाहते हैं तो शनिवार के दिन कामाख्या मां की आराधना दीप धूप फूल आदि से करें और 1144 बार मंत्रों का जप 31 दिनों तक करें मंत्र जपते समय अपने समीप रखे गुलाब के फूलों में फूंक मारते रहे इस तरह वह फूल अभिमंत्रित हो जाएंगे और इन फूलों को सूंघने वाला व्यक्ति आपके वश में आ जाएगा पर याद रहे इसे किसी गलत भावना से या किसी को हानि पहुंचाने की भावना से नहीं करना चाहिए ।
टोटके –
1- यदि आप किसी से प्रेम करते हैं और उससे विवाह करना चाहते हैं पर आपके सामने अनेकों मुश्किलें खड़ी देख रही है तो मनपसंद लड़की को प्राप्त करने के लिए 91 दिन घी का दीपक जलाकर दुर्गा जी का ध्यान कर प्रतिदिन 5 माला कात्यानी मां के मंत्रो का जाप करें आप सभी समस्याएं हल हो जाएंगी और शीघ्र विवाह होगा।
मंत्र-
हे देवीं कात्यायनीयः यथा त्वं शंकरप्रियः
मामः कुरु कल्याणी, कान्तः कान्तां सुदुर्लभाम्
3-यदि पति-पत्नी में आपस में मतभेद है तो मां कामाख्या का मंत्र जपने मात्र से प्रेम पुनः प्राप्त हो सकता है इसके लिए सुबह स्वच्छ होकर स्नान कर मां कामाख्या के मंत्रों का 21 दिनों तक निरंतर जप करना चाहिये
मंत्र –
ॐ नमोहः कामख्यः देव्यायः मम् वश्यः कुरु कुरु स्वाहः
3- घर में लक्ष्मी की कमी है या धन की कोई अन्य समस्या है तो उसके लिए आपको दीपावली के दिन स्वच्छ होकर मां लक्ष्मी के मंत्र का २०८ बार जप करना चाहिए एवं लाल पुष्प ,लाल फल , एवं लाल वस्त्र गोरोचन चंदन धूप-दीप कपूर के साथ मां की आराधना करनी चाहिए या आराधना आगामी शनिवार तक नित्य करनी चाहिए आपकी सभी इच्छाएं पूर्ति होंगे घर में धन की वर्षा होगी एवं लक्ष्मी जी का सदैव वाश रहेगा।
मंत्र-
ॐ पहिनीह पक्षनेत्री पक्षमननः
लक्ष्मीयः दाहिनी वाच्छयानि
भूत-प्रेतः सर्वशत्रु हारिणी दर्जनः
मोहिनी रिद्धि सिद्धि कुरु-कुरु-स्वाहः