कोई अपने जीवन के हर हिस्से मे तरक्की चाहता है, इसलिए आज हम आपको कारोबार में तरक्की के लिए वजीफा और दुकान की तरक्की के लिए दुआ बतायेगे। इसके अलावा हम आपको शौहर की तरक्की के लिए वजीफा भी बतायेगे
तरक्की पाना हर किसी का सपना रहता है।इन सपनों को पूरा करने के लिए आपके लिए बेहतर वजीफा है।यह वजीफा इंशाल्लाह अपनी तरक्की को दिन-ब-दिन और बढ़ाएगा।और आपकी तरक्की में बेइंतेहा बरकत देगा।तरक्की को बढ़ाने के लिए चाहे वह कारोबार की तरक्की हो।
या जिस भी कारोबार में तरक्की हासिल करनी हो।तो बेझिझक आप इस वजीफे को कर सकते हैं।इस वजीफे को करने के लिए इजाजत की जरूरत नहीं है एक क़ुरआन का वजीफा है।यह वजीफा अतल कुर्सी का वजीफा है।जिस की तिलावत आपको रोजाना करना है।
तरक्की के लिए वजीफा
- और अपनी कारोबार की दुआएं करना है और जब आप इस अतल कुर्सी के वजीफे को कर लेंगे।अपने कारोबार पर दम करें आपको पता भी नहीं चलेगा इंशाल्लाह कारोबार में तरक्की होगी।अल्लाह ताला गैब से मदद फरमाएंगे।कभी-कभी कारोबार या आप जिस भी काम में हम हाथ डालते हैं।
- आपको बेइंतेहा नुकसान होता रहता है और आप इस नुकसान के चलते कारोबार पर असर पड़ना है।और पनप नहीं पाते कारोबार तरक्की हासिल करने में कमजोर होता जाता है।
- बिस्मिल्लाहि रहमान रहीम अल्लाहु लाइलाह इल्ला हू अलहय्युल कय्युम् ला ताखुजुह सिनतुंब्बला नौम, लहू माफिस्समावाति वमा फिल अर्ज मन जुल्लजी यश्फउ इंदहु इल्ला बिइनिह याअलमु माबैन ऐडी हिम् वमा खल्फहुम् वला युहीतुन बशैइम्मिन।
- बिस्मिल्लाह शरीफ के साथ आपको पढ़ना जरूरी है।अतल कुर्सी पढ़ने से हमारा दिल रोशन होता है।जब आप अतल कुर्सी को रोज पढ़ना शुरू करेंगे। तो यह खुद इंशाल्लाह आप की जबान पर याद हो जाएगी।
- और जब यह याद हो जाएगी।तो आप मुसलसल जो भी दुकान में कारोबार में कोई काम से फारिक हो जाएं तो अतल कुर्सी की तिलावत करते रहें।इंशाल्लाह इसकी वजह से बेइंतहा तरक्कीया होना शुरू हो जाएगी।
शौहर की तरक्की के लिए वजीफा
जो बीवी शौहर की तरक्की चाहती हैं।तो उनको चाहिए कि वह अपने शौहर के साथ कदम से कदम मिलाकर चले।उनकी बातों को माने एक दूसरे के साथ तालमेल अच्छा बिठाए।आपस में अच्छा इख्लाक बनाए ताकि बच्चे भी इस इख्लाक में बड़े।और अच्छी तरबियत हासिल कर वह भी दुनिया में अच्छे बने।
नेक रास्ते पर चलें और लोगों को आगे अच्छी तरबियत दे।औरतों का तालीमें अफ्ता होना बहुत जरूरी होता है।शौहर की तरक्की के लिए बेहतरीन वजीफे का अमल हम आपको पेश करने जा रहे हैं।आपने जन्नत की खातून फातिमा जहरा के बारे में तो जरूर सुना होगा।
उनकी शख्सियत से कोई भी मेहरूम नहीं।वह जन्नत की मलिका और औरतों की सरदारनी रहेंगी इंशाल्लाह।हर तरह के मसले बड़े से बड़े रुके हुए काम और काम में तरक्की पाना या आपकी कोई भी परेशानी हो।तो आपको करना बस इतना सा वजीफा है कि आपको मगरिब की नमाज के बाद 2 रकात नफिल फातमा जहरा को रिसाल करना है।
Shohar Ki Tarakki Ke Liye Wazifa
जब आप मगरिब की मुकम्मल नमाज पढ़ चुके हो।इंशाल्लाह इस नमाज की बरकत से अपने बिगड़े हुए कामों को बनता हुआ देखेंगे।फातिमा जहरा को यह 2 रकात नमाज पेश करनी है यह नमाज बहुत ही मुजरिम है।वजीफे आपको मुकम्मल 11 दिनों तक करना है।
इंशाल्लाह आप इन 11 दिनों में अपने मकसद में कामयाब होंगे।जब बीवियां इस वजीफे को करेंगी।तो उनके शौहर दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की को हासिल कर लेंगे।इस वजीफे के लिए आपको नमाज़ अदा वक्त करना जरूरी है क्योंकि बिना नमाज के वजीफा कामयाब नहीं होगा।
कारोबार में तरक्की के लिए वजीफा
कारोबार में तरक्की के लिए वजीफा – Karobar Me Tarakki Ke Liye Wazifa, Dua, Upay, Amal, Taweez, कारोबार की तरक्की के लिए आपको चाहिए कि आप पांच वक्त की नमाज पढ़े।अगर आप पांच वक्त की नमाज के साथ कोई वजीफा भी करना चाहते हैं।तो बेफिक्र मनहोकर इस अमल को करें।
नमाज एक ऐसी चाबी है जो हर बंद दरवाजे को खोल देती है।और यह ना सिर्फ़ दुनिया में बल्कि अखिरत को भी रोशन करती है।इससे ना हम सिर्फ दुनिया में बल्कि अल्लाह ताला के भी तरफ मूतवज्जो होकर कामयाबी की तरफ चलते हैं।
आपको इस वजीफे के लिए अपने दिल में अपने मकसद को रखकर तहज्जुद की नमाज पढ़ना है।तहज्जुद की नमाज पढ़ना एक बेहतर वजीफा है।जब बंदा अपने रब के आगे अपना हाथ फैलाता है।तो अल्लाह ताला अपने बंदों के हाथों को अपनी बारगाह में खाली नहीं जाने देते।
Karobar Me Tarakki Ke Liye Wazifa
इसलिए अपने कारोबार की तरक्की के लिए आप तहज्जुद की नमाज पढ़ना शुरू कर दें।तहज्जुद की नमाज़ का तरीका वैसे तो तहज्जुद की नमाज आधी रात में पढ़ी जाती है।यानी एक नींद सोने के बाद क्योंकि ऐसा करने से बहुत सी नेकिया हासिल होती है।
अगर आप नहीं उठ पाते हैं तो आप ईशा के बाद ही ताज्जुब की नमाज पढ़ लीजिए।अगर दवा का कोई मसला हो तो।ताज्जुब की नमाज 12 रकात होती है लेकिन आप चाहे तो 2,4,6,8,12 पढ़ सकते हैं अपने मुताबिक।
हमारे नबी पाक सल्लल्लाहो ताला वसल्लम हमेशा तहज्जूद की नमाज पढ़ा करते थे और खुद भी पढ़ते थे और घर वालों को भी उठाया करते थे।इंशाल्लाह अल्लाह ने चाहा तो तहज्जूद की नमाज के इस वजीफे को करेंगे।तो आपके कारोबार में तरक्की हासिल होगी।
दुकान की तरक्की के लिए दुआ
अपनी दुकान की तरक्की के लिए हम आपको बेहतर और आसान दुआ का अमल बताते हैं। जब आप इस अमल को करेंगे तो इसको करने में बिल्कुल भी वक्त नहीं लगेगा।यह आसान अमल आपको याद भी हो जाएगा।
अमल की इजाजत सबको है किसी को भी अमल को करने के लिए इजाजत हासिल करने की जरूरत नहीं है।आप बिना किसी की इजाजत हासिल करें इसको कर सकते हैं।बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो आपको गुमरह करते हैं।कि यह अमल करिए या पैसा दीजिए तो आपकी दुकान में कारोबार में तरक्की होगी।
कुछ हाफिज मौलाना इस तरह के मसलों पर दौलत भी आप से वसूल लेते हैं।लेकिन इस तरह के चक्कर में आप बिल्कुल मत पढ़िए।जो करिए खुद से ही करिए खुद किसी आलिम से मुलाकात कर।अमल करने की कोशिश करें इससे आप बेइंतेहा तरक्की हासिल कर लेंगे।
Dukan Ki Tarakki Ke Liye Dua
अमल की शुरुआत आपको फजर की नमाज से पहले करनी हैं।अपने दुकान और मकान के चारों कोनों पर साफ पानी लेकर 11/11 मर्तबा या रज्जको को पढ़ें।इस वजीफे को रोजाना करने से दुकान में बेशुमार बरकत होगी और तरक्की को आगे बढ़ेगी।
इस वजीफे की कोई मुद्दत नहीं है आप इसको अपनी जिंदगी में शामिल कर सकते हैं और इस वजीफे को मुसलसल करते रहे।वजीफे के साथ आप अपनी दुकान की कमाई का कुछ हिस्सा जकात सदका भी करें।
क्योंकि सदका करने और जकात करने से हमेशा हमारे कारोबार और दुकान में इजाफा दिन-ब-दिन होता रहता है।दुकान की तरक्की के लिए बहुत ही पावरफुल वजीफा है।वक्त का ख्याल रखते हुए इस अमल को करे फजर से पहले।