कुल्लू अल्लाहू अहद अल्लाहू समद का वजीफा

कुल्लू अल्लाहू अहद अल्लाहू समद का वजीफा

हम जिस वज़ीफ़े के बात कर रहे है वो बहुत ही काम मौलाना दे पाते है, इसके लिए बहुत ही अनुभवी मौलाना की जरुरत होती है, तो चलिए हम आज आज आपको बताते है मोहब्बत पाने का अल्लाहू समद वजीफा और जल्दी शादी होने का अल्लाहू समद वजीफा। इसके अलावा पढ़े हमारा शोहर की मोहब्बत का अल्लाहू समद वजीफा।

Kullu Hu Allah Hu Ahad Allah Hu Samad Ka Wazifa

  • कुरान की शुरूआत बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम से होती है, जबकि इसके 122वें अध्याय में सूरा इखलास में बताया गया है–
  • कुलहू अल्लाहू अहद, अल्लह उस-समद, लम-यलिद, वलम-यूलद वलम-यकुन-लहु कुफुवन अहद।
  • अर्थात कह दो वो अल्लाह एक है, अल्लाह बेनीयाज है, न उसकी कोई औलाद है और ना वो किसी की औलाद है, और उसके बराबर का कोई नहीं है।
  • यह बहुत ही शक्तिशाली वजीफा है, जिसे पढ़कर इंसान अल्लाहताला की इबादत करता है और अपनी मुरादें पूरी करने की मन्नते मांगता है। इससे उसमें नेकी आती है और उसका दिल प्यार-मोहब्बत से भर जाता है।

कुल्लू अल्लाहू अहद अल्लाहू समद का वजीफा

ऐसे इंसान की जिंदगी में रिश्ते-नाते और परिवार-समाज बेहद मायने रखते हैं। मोहब्बत पाने और मोहब्बत में कुर्बान हो जाने की कूबत रखता है। इस आयत को पढ़ने से पहले बेहतर तरीका मालूम कर लेना चाहिए।

  • फज्र की नमाज के बाद इसे पढ़ना ज्यादा अच्छा बताया गया है। इसके लिए ताजा वजू बनाकर बैठ जाएं।
  • सबसे पहले अपनी मुराद को जेहन में रखें और बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम को एक बार पढ़ने के बाद दरूदे शरीफ को 11 मर्तबा पढ़ लें।
  • फिर अल्लाहू समद के वजीफे को 121 बार पूरी शिद्दत के साथ पढ़ें। उसके बाद दरूदे शरीफ को दोबारा 11 बार पढ़कर अल्लाहताला से अपनी भूलों की माफी मांगे और जीवन में तरक्की पाने की दुआ करें।
  • इस वजीफे को कोई भी स्त्री या पुरुष पढ़ सकते हैं। समस्या के अनुसार मौलवी की बताई गई हिदायतों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
  • मोहब्बत पाने का अल्लाहू समद वजीफा
  • मोहब्बत पाने का अल्लाहू समद वजीफा – Mohabbat Pane Ka Allah Hu Samad Wazifa, अगर किसी से मोहब्बत करते हैं और उसकी भी आपके प्रति मोहब्बत में वैसी ही दीवानगी है, फिर भी मिलना नहीं हो पा रहा है तब इस दरम्यान आई बाधाओं को अल्लाहू समद वजीफे से दूर किया जा सकता है।

इसी तरह से आप जिससे मोहब्बत करते हैं उसके दिल में भी अपने प्रति बेशुमार प्यार जगाना चाहते हैं तब इस वजीफे के साथ ताबीज का भी प्रयोग कर सकते हैं।

यह तावीज-ए-मुबारक मोहब्बत पाने या जल्द निकाह के अतिरिक्त हर जायज काम के लिए बनाया जा सकता है। मोहब्बत करने वाले का तसव्वुर करते हुए तवीज इस प्रकार बनाएं।

Mohabbat Pane Ka Allah Hu Samad Wazifa

  • इस अमल के शुरू करने से पहले फज्र की नमाज पढ़ लें। फिर वुजू की हालत में रहते हुए तावीज लिखने की तैयारी करें।
  • पाक-साफ कोरा चैकोर कागज लें। काली या नीली स्याही रखें। तवीज के अल्फाज कलम से लिखा जाना है। बाॅलपेन या पेंसिल का इस्तेमाल नहीं करें।
  • कागज पर दाएं से बाएं और ऊपर से नीचे 8-8 के बराबर खाने बना लें। इसतरह कुल 64 खाने बन जाएंगे। खानों के सबसे ऊपर 786 लिखने के बाद उनमें सबसे ऊपर दाएं से बाएं की ओर आयत की ‘कुलू’ शब्द से शुरू करत ‘अहद’ तक लिखें।
  • लिखने का काम पूरा होने के बाद अल्लाहू समद वजीफे को 141 बार पढ़ लें। इसके अव्वल और अंत मंे 11-11 बार दरूदे शरीफ भी पढ़ें।
  • इस तावीज के सात बार मोड़कर एक काले सूती कपड़े में लपेटकर हिफाजत के साथ अपनी दाईं वांह में बांध लें।
  • 41 दिनों बाद इसे खोलकर इसे दीवार पर टांग दें।

जल्दी शादी हाने का अल्लाहू समद वजीफा

शादी-ब्याह में कई वजहों से देरी हो जाती है। कभी जीवनसाथी सुयोग्य नहीं मिल पाता है, तो कभी अच्छा और सुखी-संपन्न परिवार की चाहत में शादी टलती चली जाती है।

अपनी पसंद की शादी नहीं हो पाने के कारण भी इसमें देरी होने लगती है। इस समस्या को दूर करने के लिए अल्लाहू समद वजीफे का अमल एक बहुत ही कारगर उपाय हो सकता है। इसके लिए मौलवी द्वारा बताया गया तरीका इस प्रकार है-

Jaldi Shadi Hone Ka Allah Hu Samad Wazifa

  • इस वजीफे को 41 दिनों तक किया जाता है। इसकी शुरूआत किसी भी दिन कर सकते हैं, लेकिन दिन के किसी भी नमाज के बाद मौलवी के बताए गए तरीके का नियमतः पालन करना जरूरी है।
  • इसे रात को सोने से पहले किया जाए तब इसका असर तेजी से होता है और रूहानी ताकत का एहसास आत्मविश्वास को बढ़ा देगा।
  • सबसे पहले घर के सुकून वाली जगह पर साफ चादर बिछाएं और ताजा वुजू कर बैठ जाएं।
  • फिर दुरूद शरीफ 11 बार पढ़ें। उसके बाद सूरह इखलास के अल्लाहू समद वजीफे की आयत को 41 मर्तबा पढ़ें।
  • अंत में दुरूद शरीफ को दोबारा 11 बार पढ़ें। उसके बाद अल्लाहताला से पूरी शिद्दत और इमानदारी के साथ जल्द अपनी पसंद की शादी होने की दुआ करें।
  • इसे लगातार एक ही समय पर करें। दो सप्ताह बीतते-बीतते इसका असर दिखने लगेगा।
  • इस वजीफे को कोई भी लड़का-लड़की या फिर उनके माता-पिता भी कर सकते हैं। अगर कोई औरत कर रही हो तो माहवारी के दौरान इसे रोक देना चाहिए।

शौहर की मोहब्बत का अल्लाहू समद वजीफा

वही बीवी खुशनसीब होती है, जिससे शौहर बेपनाह मोहब्बत करता है। हर बीवी चाहती है कि उसके शौहर के दिल में उसके प्रति मोहब्बत बनी रहे।

उसकी मोहब्बत पर किसी भी तरह की आंच नहीं आने पाए और शौहर किसी गैर औरत के प्रेमजाल में नहीं फंसे।

इन सब बातों के लिए बहुत ही असरदार अल्लाहू समद वजीफा का अमल बताया गया है। इससे शौहर के मोहब्बत में कमी नहीं आती है और वह अपनी बीवी का वफादार बना रहता है।

Shohar Ki Mohabbat Ka Allah Hu Samad Wazifa

  • इस वजीफे को बीवी द्वारा लगातार सात दिनों तक करना है। ध्यान रहे इसकी शुरूआत पूरी तरह से पाक-साफ होकर करनी है। जैसे कि माहवारी के दिन खत्म होने के बाद वजीफे का अमल करें।
  • सुबह फज्र की नमाज के बाद सूरज निकलने से पहले किबला की तरफ मुंह कर बैठ जाएं। अपने सामने चीनी की एक पुड़िया रखें।
  • पहले सात बार दरूद इब्राहिम पढ़ें। उसके बाद 22 बार दरूदे शरीफ का पढ़ लें।
  • फिर अल्लाहू समद वजीफे की आयत को 141 मर्तबा पढ़ें। अंत में एक बार फिर से दारूद इब्राहिम और दरूदे शरीफ को क्रमशः 7 और 22 बार पढ़ें।
  • अंत में चीनी की पुड़िया पर तीन बार दम करें। अल्लाताला से शौहर से दिल में मोहब्बत पैदा करने की दुआ करें। चीनी को पानी में घोलकर शौहर को पिला दें।

इस पूरी प्रक्रिया को सात दिनो तक करें और हर बार अल्लाहताला से अपने मोहब्बत की हिफाजत की दुआ करें और आपसी गलतफहमियों को दूर करने की मिन्नत करें।