हर इंसान के मन मे कोई न कोई ख्वाहिश होती है, आज हम इसके लिए आपके बतायेगे मोहब्बत के लिए सूरह कौसर का वजीफा और दुश्मन के लिए सूरह कौसर का वजीफा। इसके अलावा आप के लिए लाये है औलाद के लिए सूरह कौसर का वजीफा।
अगर आप सूरह कौसर का वजीफा करना चाहते हैं।तो हम आपकीखितमत में हाजिर है।वजीफा बेहद ही आसान और पावरफुल है।बहुत ही छोटी सी आयत है इसकी बहुत सीफजीलत है।छोटी सी आयत में पूरे कायनात को समेटा हुआ है बहुत ही फजीलत है।
हर ख्वाहिश के लिए सूरह कौसर का वजीफा
आपका कोई काम ना हो रहा हो तो सूरह कौसर का अमल करें।अपने काम कोआसान करें।इंसान के दिल में एक नहीं हजार ख्वाहिश होती है और उन्हें ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए हमें अपनी हर जद्दोजहद कोशिशें करनी चाहिए।
जिससे हम अपनी ख्वाहिशों को पा सके और अपने हाथों में कामयाबी को हासिल कर ले।लेकिन हमको कहीं ना कहीं नाकामी मिल जाए।तो हमें परेशान नहीं होना चाहिए।हमें अपनी ख्वाहिश को नहीं छोड़ना चाहिए।इस ख्वाहिश को हमेशा
अपने दिल में बसाना चाहिए। यही ख्वाहिश एक दिन हम को कामयाब जरूर करती है। ख्वाहिश ही हमारा सबसे बड़ा जुनून है जिसको हमें अपने दिल में रखना चाहिए।हम आपको हर ख्वाहिश के लिए सूरह कौसर का वजीफा बताते हैं
सादा वजीफा है इसकी बरकती बहुतसी है। इसवजीफे को आपको जुम्मे के दिन से शुरू करना है।आप जब तक चाहे इस वजीफे को कर सकते हैं।नमाज पढ़ने के बाद आपको 10 बार सूरह कौसर की तिलावत करनी होगी।
फिर अल्लाह रब्बुल इज्जत की हम्द दो सना करने के बाद अपनी ख्वाहिश के लिए दुआ करनी होगी।इंशाल्लाह आप इस वजीफे से बहुत ही कामयाब होंगे।जुम्मे का दिन बहुत ही फजीलतका दिन है।
मोहब्बत के लिए सूरह कौसर का वजीफा
एक रात का वजीफा है।1 दिन ही में आप अपनीमोहब्बत के दिल दिमाग परकब्ज़ा कर लेंगे।उसके दिल में मोहब्बतपैदा हो जायगी। इस वजीफे को लड़की या लड़का किसी की मोहब्बत हासिल करने के लिए करसकते हैं।
लेकिन मकसद नेक होना चाहिए।किसी को परेशान करना या सताना आपका मकसद नहीं होना चाहिए।आपवजीफाखुदकरें।किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है खुद ही वजीफा कर सकते हैं।
अपनी किस्मत को खुदआजमाएंअल्लाह के कलाम से सब कुछ मुमकिन है।आपका इरादा पक्का हो तो आपको नाकामी कभी भी नहीं देखने को मिलती।बस आपको अपना इरादा पुख्ता रखना है।
इस वजीफे को करते वक्त आपको नियत पाक रखनी है याकीनकामिल के साथ आप इस वजीफे की शुरुआत करें हैं।अल्लाह ताला के रहमों करम से इंशाल्लाह जरूर कामयाबी हासिल होगी।
Mohabbat Ke Liye Surah Kausar Ka Wazifa
ईशा की नमाज के बाद आपको इस वजीफे को करना है।अव्वल आखिर 11/11 बार आपकोदरूद शरीफ पढ़नी है।आपको बावजू कमरे में अगरबत्ती खुशबू लगाना है।तीन बार अतल कुर्सी पढ़नीहै चारों कुल पढ़कर अपने जिस्म का आसार करने हैं।
साथ ही साथ इजाजत भी हासिल करनीहैं। इस वजीफे के लिए आपको 21 मिर्च लेनी है।अगर कोयले की आग में जाए तो ज्यादा बेहतर है।सारी मिर्चपर मुकम्मल पढ़ाई कर ले।
उसको अपने पास रखना है मिर्च को इकट्ठा जलाना है। 21 मिर्च पर 121 बार सूरह कौसर पढ़ना है और पढ़ कर मिर्च पर दम करना है।जहन में सबर और दुनिया के ख्यालात से पाकरखना है।आप इस वजीफे से जरूर कामयाब होंगे।
दुश्मन के लिए सूरह कौसर का वजीफा
वजीफा दुश्मन से हिफाजत करने के लिए है।लेकिन आप इस से एक नहीं कई फायदा उठा सकते हैं।इस आयत की बहुत सारी फजीलत है।यह सूरह कौसर कुरान शरीफ की सबसे छोटी आयत शरीफ है।
बहुत ही मुबारक आयत है आपकी तमाम मुश्किलों को इंशाल्लाह दूर करेगी।अगर आप इस की तिलावत रोजाना करते हैं तो इसकी बहुत सारी फजीलत है इंशाल्लाह आपको यकीनन हासिल होगी। इस मुबारक आयतको अगर आप चाहे तो याद कर ले और जहन में बैठा ले।
और हर वक्त उल्टे बैठते चलते-फिरते पढ़ें इंशाल्लाह हर तरह से आपकीहिफाज़त रहेंगी।अगर आप दुश्मन से बचने के लिए इस वजीफे का अमल करना चाहते हैं।तो वजीफे को तहसील से समझे जिस भी मकसद के लिए आप इस वजीफे को करना चाह रहे उस मकसद को अपने जहन में बिठाले।
Dushman Ke Liye Surah Kausar Ka Wazifa
अपनी हर परेशानियों को इस वजीफे से दूर करें।सिर्फ और सिर्फ 3 दिन का आसान वजीफा है।इसकी मुद्दत 3 दिन की है जुम्मे के दिन से हफ्ते तक करना है यानी जुमेरातजुमहशनिवार।बड़ी से बड़ी परेशानियां इंशाल्लाह दुश्मन से फतेहहोंगी।
जुम्मे रात जब आप फजर की नमाज पढ़ ले।उसके बाद आपको 11/11 मर्तबा दुरु शरीफ और 129 बारसूरह कौसरपढ़नी है।उसी दिन असर की नमाज पढ़ने के बाद दोबारा इसी तरह आपको 11/11 बारदुरु शरीफ129 बार सूरह कौसरपढ़े।
ऐसे ही ईशा की नमाज के बाद 11/11 बारदुरु शरीफ129 बार सूरह कौसरपढ़े।इसी तरह 3 दिन लगातार इसवजीफे को तीनवक्त में करतेरहें।इंशाल्लाह आपका मकसद रद्द नहीं होगा।
औलाद के लिए सूरह कौसर का वजीफा
वजीफा बहुत ही पावरफुल है।एक बार जरूर करें कई बार ऐसा होता है।कि शादी के सालों साल हो जाते हैं और आप औलाद की खुशी से महरुम रहते हैं।
शादीशुदा रिश्ते की कामयाबी और उसको मुकम्मल करने के लिए औलाद बहुत ही बड़ीनेमत है।लेकिन कुछ लोग इस औलाद की नेमत से महरुम रहते हैं।आप परेशान बिल्कुल भी मत होइए।
क्योंकि अल्लाह रब्बुल इज्जत सबको अपनी नेमतों से नवाजने वाला है।अल्लाह पर भरोसा कर आप एक बार वजीफेको करें।अल्लाह कभी भी अपने बंदों को खाली हाथ नहीं रखता। ना ही अपने बंदोंको कभी ना उम्मीद करता है।
वोही हमें दुनिया में लाया है किसी ना किसी मकसद के लिए और इंशाल्लाह वही हमारी परेशानियों को दूर करने वाला है।औलाद को हासिल करने के लिए आपको इस वजीफे को इस तरह करना है।रोजाना 3 बार दरूद इब्राहिमी पढ़ना है।
Aulad Ke Liye Surah Kausar Ka Wazifa
اللهصَلّعلىمُحنَدوعلىالِمُحَقَِدِكماصليتعلىإبراهيموعلىآلإبراهيم } إنكحميدمجيداللهباركعلىمحمدعلىالمکنَدِگهابارگتعلىإبراهيموعلىالابراهيمانكکويدچد
आपको तीन बार दरूदे इब्राहिम पढ़ने के बाद 101 मर्तबा सूरह कौसर पढ़नी है। انااعطيكالكوثرفصللربكاناشانئكهواكتر सूरह कौसर कुरान शरीफ के तीसरे पारे में आपको मिल जाएगी यह बहुत ही छोटी सी सूरह है।
औलाद के लिए आप सूरह कौसर के आसान से वजीफेको एक बार जरूर आजमा कर देखें।अल्लाह के फ्जलो करम से आपको जरूर कामयाबी हासिल होगी।यकीन कामिल के साथ एक बार इस वजीफे को करें।