जाने आक (आकड़े – मदार) से वशीकरण सफेद आक/आकड़े/मदार के पौधे/पत्ते/जड़/फूल से वशीकरण मंत्र कैसे करें? ‘आक-आकड़े-मदार’ का पौधा एक ऐसा पौधा है जो हमें विभिन्न चमत्कारी लाभ पहुंचाता है। यह कई औषधीय गुणों के अलावा ज्योतिष और धार्मिक महत्व से परिपूर्ण है। वैसे तो यह पौधा जंगलों में ही अधिकतर पाया जाता है लेकिन शहरों में भी कहीं खाली या बंजर जमीन में भी यह पनप जाता है। यह एक विषैले जाति का पौधा है और इसके पौधों से सफेद रंग का दूध भी निकलता है। आक के इस पौधे को आकड़ा, राजार्क व मदार के नाम से भी जाना जाता है।
आक (आकड़े – मदार) से वशीकरण
आज यहाँ पर आप पढ़ेंगे आक (आकड़े/मदार) से वशीकरण, जो निम्नलिखित है-
१) पूर्णिमा वाले दिन रक्त गुंजा तथा सफेद आक की जड़ लेकर बकरी के दूध से घिसे। इससे प्राप्त पेस्ट से अपने मस्तिष्क पर तिलक करें तथा “ओम नमः श्वेतगात्रे सर्वलोक वंशकरि दुष्टान वशं कुरू कुरू (अमुकं) में वशमनाय स्वाहा” मंत्र का जाप करें। जिसे आप को वशीभूत करना है उस व्यक्ति का नाम ले इस मंत्र में अमुक के स्थान पर। इस मंत्र का पाठ ११ दिनों तक प्रतिदिन १०८ बार करें। अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी।
२) आक की जड़, घुघुंची की जड़, शक्कर, तिल एवं गाय का घी लें। इन सब को मिलाकर हवन कुंड में १०८ बार आहुति दे और हर बार आहुती देने के पहले विष्णु मंत्र का जाप करें। साथ में जिसे आप को वश में करना है उसका ध्यान रखें एवं भगवान से इस कामना की पूर्ति हेतु प्रार्थना करते रहें। मंत्र है– “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।”
३) प्रति सोमवार शिवालय जाएं। शिव जी का जल और कच्चे दूध से अभिषेक करें। आक का पांच फूल चढ़ाएं तथा जिसे वश में करना है उस की कामना करते हुए “ओम् नमः शिवाय” मंत्र का १०८ बार पाठ करें।
४) आंकड़े से वशीकरण– सफेद आक की जड़ लेकर आएं गणेश चतुर्थी वाले दिन। अब “ओम् गं गणपतये नमः” मंत्र द्वारा इसकी पूजा करें अनंत चतुर्दशी तक प्रतिदिन। हर दिन १०८ मंत्रों का जाप करें। जाप करते वक्त आपको जिसे वश में करना है उसका ध्यान रखें। आक (आकड़े/मदार) से वशीकरण का यह एक सरलतम परन्तु प्रभावशाली उपाय है।
५) ऐसे आक के पौधे का ध्यान रखें जिसमें फूल खिले हुए हो। आप किसी एक फूल से जुड़े हुए अगल-बगल जो दो पत्ते हैं उनमें से एक पर अपना तथा दूसरे पर जिसको वश में करना है उसका नाम लिख दें। नाम लिखने के लिए हनुमान जी के मंदिर के सिंदुर में घी मिला कर प्रयोग करें। अब पत्तों को मौली से आपस में मिलाकर इस तरह बांधे कि जुड़ा हुआ फूल उन पत्तों के बीच में ही रहे यानि पत्तों से वह बंद हो जाए। पत्ते आपको पेड़ से तोड़ने नहीं है यह ध्यान रखिएगा। इस क्रिया के करने के कुछ ही दिनों बाद आप को वशीकरण का फल देखने को मिलेगा।
६) श्वेतार्क का एक साबुत पत्ता तोड़ लें। अब श्वेतार्क के ही दूध से इस पर अपने शत्रु का नाम लिखें। फिर इसे मिट्टी के नीचे जमीन में दबा दें, वह शत्रु आपके वश में ही रहेगा। इस पत्ते को आप जल में प्रवाहित कर देते हैं तो शत्रु भी आपको छोड़कर दूसरी जगह चला जाएगा और इन पत्रों से अगर होम किया जाए तो केवल भगवान ही संबंधित व्यक्ति को बचा सकता है।
७) गोरोचन और श्वेतार्क की जड़ को मिलाकर घी से घस लें। अब इस पेस्ट से तिलक कर उस व्यक्ति के सामने जाए जिसे आप अपने वश में करना चाहते हैं। आक – आकड़े – मदार से वशीकरण का एक सरल एवं अचूक उपाय जिसके प्रभाव से बचना मुश्किल है।
८) ब्रह्म मुहूर्त में स्नानानोपरांत श्वेत आक के वृक्ष के नीचे बैठ जाएं तथा “ओम् गं गणपतये नमः” मन्त्र की एक माला का जाप करें प्रतिदिन। जाप करने के पूर्व जिसे आप वश में करना चाहते हैं उसका नाम लें तथा ईश्वर से अपने कार्य की सफलता के लिए प्रार्थना करें।
९) आक से वशीकरण का एक औघड़ उपाय — किसी दूर एकांत स्थान पर एक आक के पेड़ को खोज लें। आप प्रतिदिन सुबह-शाम संडास जाए और शौच क्रिया के लिए व्यवहार किया गया जल को थोड़ा सा बचा कर रखें। उस जल को आक के जड़ में डाल दें। इस क्रिया को आप ४१ दिनों तक बिना नागा सुबह-शाम दोनों वक्त करें। बस ध्यान रखें कि कोई आपको देख ना ले। ४१वें दिन आपको एक पीर बाबा के दर्शन होंगे। वह आपसे उनको बुलाने का कारण पूछेंगे। तब आप उन्हें अपनी अभिलाषा बताकर उनसे प्रार्थना करेंगे कि आप क्या चाहते हैं। आपकी बात सुनकर पीर बाबा आपको वचन दे देंगे। अब जब भी आपको किसी को वश में करना है या अन्य कोई कार्य को सफल बनाना है तो सिर्फ दो दिन सुबह शाम को शौच क्रिया से निर्वत्त होने के बाद उस जल से इसकी जड़ में वापस डालें। पीर बाबा आपकी इच्छा की पूर्ति कर देंगें, ऐसा कहा गया है। यह एक अति ही खतरनाक एवं जटिल टोटका है, जिसे अपनाते समय अत्यंत ही सावधानी की आवश्यकता है।
आक/आकड़े/मदार के अन्य तांत्रिक प्रयोग-
- ज्योतिष शास्त्र के मतानुसार किसी के घर के मुख्य द्वार के नजदीक या घर के सामने की तरफ यह चमत्कारी पौधा होता है तो कभी भी वह घर नकारात्मक शक्तियों से प्रभावित नहीं होता है।
- अगर आपको कोई पुराना आक का पेड़ मिले और उसकी जड़ को आप निकालें तथा उस जड़ में अगर आपको श्री गणेश जी की प्रतिकृति निर्मित हुई हुई मिले तो उस जड़ को आप श्रद्धा भाव से जरूर ही अपने घर ले आए और अपने पूजा स्थान में स्थापित कर दें व प्रतिदिन इसकी पूजा करें। यह साधक को विशेष चमत्कारिक लाभ दिलाती है।
- गंभीर बीमारी से ग्रसित किसी व्यक्ति को आंकड़े की जड़ को ताबीज में डालकर पहना दें, इस उपाय से उसकी रक्षा होगी। ताबीज में काले रंग के धागे को प्रयोग करें।
- पुष्य नक्षत्र में पड़ने वाले किसी भी रविवार के दिन अरंड एवं आकड़े के पौधे के पास जाएं एवं इनकी जड़ को अपने घर में चलने का निमंत्रण दें। तत्पश्चात दोनों पौधों की जड़ को तोड़ कर घर ले आए। इसके बाद इन्हें गंगाजल से धोकर साफ व शुद्ध कर अपने पूजन के स्थान पर स्थापित कर दें। फिर सिंदूर और अन्य पूजन सामग्री से इसकी पूजा करें इस वक्त गणेश जी का “श्री गणेशाय नमः” मंत्र का जाप करें १०८ बार। आपकी सारी तकलीफ है दूर हो जाएगी तथा कभी भी कोई भी चीज की कमी महसूस नहीं होगी।
- कोई भी कर सकता है इस प्रयोग को अपने जीवन में कोई भी कार्य को सफल बनाने के लिए| आक (आकड़े – मदार) से वशीकरण सफेद आक/आकड़े/मदार के पौधे/पत्ते/जड़/फूल से वशीकरण मंत्र कैसे करें? जाने कैसे प्रबल आक वशीकरण तांत्रिक प्रयोग से किसी को भी वश में करे? किसी भी प्रयोग में जीवन में सफल करने के लिए जरूर एक बार गुरु जी से अनुसरण कर लेवे|