बिगड़े हुए पति को सुधारने का उपाय, सामान्यतः हर भारतीय समाज और परिवार में घरेलू औरत का एकमात्र भरोसा उसके पति या कहें शौहर पर ही होता है। किंतु यह भरोसा तब टूट जाता है जब उसका शौहर ही बदतमीज, बदमिजाज, गुस्सैल और बिगड़ा हुआ होता है।
इन बुरी आदतों के साथ दूसरी औरत के साथ नाजायज रिश्ता और नशाखोरी जैसे ऐब भी हो सकते हैं। ऐसी औरत को आए दिन शौहर के आतंक और भय के साये में जीना पड़ता है। उसके रोजमर्रे की जिंदगी कलह से भरी होती है।
बिगड़े हुए पति को सुधारने का उपाय
वह पति को जितना समझाने और सुधारने की कोशिश करती है, पति वाचाल होकर उतनी ही बेहुदगी करता है। वैसे पति को राह पर लाने के लिए इस्लामी वजीफे का इस्तेमाल किया जाता है। वैसे इस तरह के वजीफे से शौहर और बीवी, दोनों को सही रहा पर लाया जाता है।
शौहर या बीवी दोनों में से कोई भी इसे अमल कर सकता है। अर्थात अगर मियां गलत है तो उसे सुधारने के लिए बीवी वजीफा पढ़कर अल्लाताला से दुआ कर सकती है और यदि बीवी गलत राह पर चली गई है तो मियां कर सकता है।
इस अमल के लिए पढ़ा जाने वाला छोटा वजीफा है- बिस्मिल्लाह हिर रहमाने निररहीम। इसे प्रभाशाली और दयावान अल्लाह का लेकर पूरी शिद्दत और नियम के साथ सिलसिलेवार तरीके से पढ़ा जाना चाहिए-
इसका अमल रात को सोने से पहले सामान्यतः दस और 11 बजे के बीच किया जाता है। पहले वजु बनाते हुए घर के एकांत जगह पर मक्का की तरफ मुंह कर बैठ जाएं।
अपनी दोनों फैली हुई हाथेलियों के साथ अल्लाहताला से मांगने की स्थिति में हाथ उठाएं और तीन से सात मर्तबा दुरूद-ए-ताज शरीफ पढ़ें। कई बार इसे 11 बार भी पढ़ा जाता है।
इसे पढ़ने के बाद उस व्यक्ति का तसब्बूर करें, जिनको सुधारना है। अगर कोई औरत इस अमल को कर रही है तो अपने शौहर का तीन बार नाम लेते हुए हर दम करे। कुल 111 दफा वजीफा पढ़ें।
फिर दरूद शरीफ पहले की तरह ही पढ़ें अल्लाहताल से दुआ करें कि शौहर हराम हरकतों को छोड़ दे। वह सही राह पर आ जाए और फिर से दिल में मुहब्बत पैदा करे। इंशा अल्लाह यह दुआ अवश्य पूरी होगी।
इस अमल की कोई मियाद नहीं होती है। इसे जबतक चाहें शौहर में सुधार के लक्षण दिखने तक किया जा सकता है।
औरत द्वारा किए जाने अमल के दौरान उसे विशेष हिदायत भी दी गई है। वह यह कि इसकी शुरूआत माहवारी के दौरान नहीं करना चाहिए। साथ इस दौरान वजीफा पढ़ना बंद कर देना चाहिए।
शौहर बिगड़े होने या उसकी बदतमीजियों के अनुसार अलग-अलग वजीफे की आयतों पढ़ने का अमल किया जाता है। इस बारे किसी जानकार मौलवी से सलाह कर लेना सही होगा।
वजीफा पढ़ने के बाद खाने-पीने की वस्तु या पानी पर दम किया जाना चाहिए। उसे शौहर को किसी प्रकार से अगले रोज खिलाना या पिलाना चाहिए।
शौहर की बुरी सोहबतः अगर शौहर बुरी सोहबत की गिरफ्त में हो या फिर उसके किसी के नाजायज ताल्लुकात बन गए हों तो उसे सुधारने के लिए वशीकरण का वजीफा पढ़ना सही होता है। यह वजीफा दोतरफा वार करता है। एक वार से शौहर के दिल में अपनी बीवी के प्रति मोहब्बत जागता है, जबकि दूसरे वार से नाजायज रिश्ता बनाने वाली औरत को अपनी गलती का ऐहसास होता है और इस वजह से कई परेशानियों से भी घिर जाती है।
घर देर से आने की आदतः अधिकतर नवविवाहिताएं अपने शौहर के देर से घर आने से परेशान रहती है। बार-बार टोकने पर शौहर गुस्से में आ जाता है। उसे सुधारने के लिए बीवी को चाहिए कि ऊपर बताए गए वजीफे को रोजाना पढ़े और उसकी तस्वीर के साथ-साथ एक ग्लास पानी पर दम करे। उस पानी का आधा हिस्सा खुद पी ले और बचा हिस्सा शौहर को पिला दें। इसे इशा की नमाज के बाद पढ़ा जाना चाहिए।
बेटी जन्म के बाद शौहर का बदमिजाजीः अधितर परिवार में बेटी का पैदा होना मायूसी भरा होता है। अगर किसी औरत की पहली संतान बेटी हो तो उसे ससुराल वालों के के अलावा शौहर तक दुरदुरा देते हैं। उपेक्षा करते हैं। मायके में बिठा देते हैं। यहां तक कि उसे तलाक देने की बात आ जाती है। वह औरत जब अपनी फरियाद शौहर से करती है तब वह भी बदतमीजी से पेश आता है। बात-बात पर दूसरी बीवी लाने की धमकियां देता है। यहां तक कि शराबखोरी पर उतर आता है और नशे की हालत में अपनी बीवी पर हाथ उठाने से भी नहीं चूकता है। मायके में बैठी वैसी बीवी को शौहर की बुरी आदतें छुड़ाने के उपाय करने चाहिए। वजीफा पढ़ना चाहिए और उसकी तस्वीर पर हर रोज दम करते हुए अल्लाताला से उसके सुधरने की दुआ करनी चाहिए। मोबाइल में शौहर की तस्वीर का दुआ के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
शौहर की दूसरी लड़कियों से गंदी बातें करने की बुरी आदतेंः कई विवाहिताएं अपने शौहर की नए जमाने की बुरी आदतों से परेशान रहती हैं। उनकी शिकायत होती है कि उसका शौहर उससे मोहब्बत तो करता है, लेकिन वाट्सएप पर दूसरी लड़कियों से गंदी-गंदी बातें करता रहता है। इस बुरी आदत से उसे बहुत परेशानी होती है। मन में भय बना रहता है कि उसे छोड़कर उन लड़कियों के पीछे दीवाना न बन जाए और कामधंधा न ठप पड़ जाए। इस मानसिक तनाव से जूझती औरत को लगातार 21 दिनों तक हर रोज 121 बार वजीफा पढ़ना चाहिए। इसके साथ शौहर के दिल में अपनी मोहब्बत को कायम रखने का वजीफा भी पढ़ना चाहिए। शौहर की तस्वीर पर दम करते हुए अल्लाह ताला से उसकी बिगड़ी आदतों के सुधार की दुआ करनी चाहिए। शौहर के घर आने उसके सो जाने पर आधी रात को वजीफा पढ़ें। अपने शौहर का मोबाइल सामने रखें और लड़कियों की गंदी बातों का वाट्सएप खोलकर उसकी तौबा करें। इसके अलावा कोई एक मिठाई या इलायची या फिर लौंग पर तीन बार दम कर सुबह के नाश्ते में परोस दें। हर दिन अलग-अलग तरह की मिठाई पर दम करें। इंशा अल्लाह आपकी दुआ एक सप्ताह में सुनी जाएगी। आप पाएंगे कि वाट्सएप गंदी बातों की चैटिंग में कमी आ गई है।