काली वशीकरण मंत्र फॉर लव, काली मंत्र साधना, माँ काली कवच/पूजा विधि- जैसे की हम सभी जानते है की माँ दुर्गा को शक्ति की देवी के रूप मे दुनिया पूजती है। लेकिन उनके सभी रूपों मे से जिस रूप को सर्व शक्तिमान माना गया है वो माँ काली का रूप ही है। जिनकी पूजा-अर्चना करके इंसान हर मुसीबत से निजात पता है। माँ काली की सिर्फ पूजा-अर्चना ही नहीं बल्कि इनके काफी सारे तंत्र-मंत्र व साधना विधि ऐसी है जिसे कर इंसान अपने हर कष्ट को दूर कर सकता है। उन मंत्रों मे वो ताकत होती है जिसके द्वारा सुख-स्मृद्धि व हर मनोकामना पूर्ण होती है। तो चलिये हम भी आपको माँ काली के कुछ ऐसे ही वशीकरण मंत्र व साधना विधि बताते है।
काली वशीकरण मंत्र
यदि आप किसी व्यक्ति को अपने वश मे करना चाहते है तो उसके लिए इस मंत्र का जप करे। मंत्र है: “ओम ह्रीं क्लीं अमुकी क्लेदय क्लेदय आकर्षय आकर्षय, मथ मथ पच पच द्रावय द्रावय मम सन्निधि आनय आनय, हुं हुं ऐं ऐं श्रीं श्रीं स्वाहा”। कुष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि को इस विधि को करते हुए कत्था लगे हुए पान के पत्ते का इस्तेमाल करे। अगर आप मंगलवार के दिन इस साधना को करे तो और भी सही होगा। मंत्र मे अमुक के जगह उस व्यक्ति का नाम लेते हुए 108 बार मंत्र जप करे। आखिरी मे पान पर 3 बार फूंक मार दे। इस तरह आप उस पान को अभिमंत्रित कर सकेंगे और इसके बाद उसे मुंह में डालकर आराम-आराम से चबाते हुए, तब तक मंत्र का जप दुबारा किया जात है, जबतक की वो पान पूरी पूर्ण रूप से मुंह में घुल नहीं जाता। ध्यान रहे की पान घुल जाने के बाद आप थोड़ा पानी पी ले और मंत्र: क्लीं क्रीं हुं क्रों स्फ्रों कामकलाकाली स्फ्रों क्रों क्लीं स्वाहा!! का 108 बार जप करना होगा। ये और अन्य मंत्र है। जिसे बाद मे पढ़े। इस साधना को करके आप इसके चमत्कारी लाभ देख सकते है और जिसे वश मे करना चाहते है वो वश मे हो जाएगा।
अब हम आपको माँ काली की साधना से जुड़ा वो मंत्र बताते है जिसका प्रयोग आप उस परिस्थिति मे कर सकते है, जब कभी जीवन मे अचानक कोई समस्या आ जाये। अक्सर ये हम मे से किसी के साथ भी हो जाता है, जब बिन बुलाये मुसीबते आ जाती है। तो वो मंत्र है: “शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे। सर्वास्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोस्तुते।।“ इस विधि को करने के लिए आप किसी भी काली मंदिर के पास सुबह-शाम काली माँ को जाकर कपूर, अगर और 2 लौकी को चड़ा आए। साथ मे आई मुसीबत से छुटकारा पाने की प् प्रार्थना करके बताए मंत्र का एक माला जप करे। ऐसा करने से अचानक आई मुसीबत माँ काली के आशीर्वाद से दूर हो जाएगी।
ऐसे ही माँ काली का एक नौ अक्षरी मंत्र भी है। जिसे माना जाता है की वो मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का प्रतीक है और ये नौ अक्षरी मंत्र का हर एक अक्षर किसी एक ग्रह को नियंत्रित करता है। वो मंत्र है: ओम एं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को दर्शाने वाले दुर्गासप्शती के अनुसार नौ अक्षरी मंत्र के प्रत्येक अक्षर किसी एक ग्रह को नियंत्रित करते हैं। अगर आप नवरात्रों में इसका जप शुरू करे तो काफी अच्छा लाभ मिलता है। मां काली की तस्वरी/प्रतिमा के सामने बैठकर इस मंत्र का जप करना होता है। इस तरह आप सामान्य रूप से इसकी पूजा करते हुए परिणाम हासिल कर सकते है।
वैसे एक अक्षरी से लेकर 22 अक्षरी तक भी माँ काली के कुछ ऐसे अद्भुत मंत्र है जिससे आप लाभ पा सकते है। हम आपको उनका 22 अक्षरी मंत्र भी बताते है, जोकि इस प्रकार है: ऊँ क्रीं क्रीं क्रीं हूं हूं ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं क्रीं ह्रीं ह्रीं स्वाहा! इस मंत्र के जाप से आप ना सिर्फ दुश्मनों से मुक्ति पा सकते है बल्कि ये मंत्र का प्रभाव व्यक्ति के दुर्भाग्य को दूर करके उसका कल्याण करता है। यहाँ तक की काफी तांत्रिक भी इस 22 अक्षरी मंत्र साधना का प्रयोग करते है। जिसके लिए वो दक्षिण काली का आवाह्न करते है।
मनोकामनो को पूर्ण करने के लिए आप इस मंत्र का जप भी कर सकते है: “ओम नमो आदेश माता-पिता-गुरू को l आदेश कालिका माता को,धरती माता-आकाश पिता को l ज्योत पर ज्योत चढाऊ ज्योत कालिका माता को,मन की इच्छा पुरन कर,सिद्धी कारका l दुहाई माहादेव की”। इस विधि को शुरू करने से पहले पानी की कुछ बुंद डालकर, हाथ से जमीन को पोछ ले। इसके बाद वहा जमीन पर कपूर की टिकिया रख दे और मन मे अपनी उस कामना जा ध्यान करते हुए 3 बार “ओम नम: शिवाय” बोले, फिर उस कपूर को जला ले । इसके बाद बताए गए माँ काली के मंत्र का 21 बार जाप करे और ध्यान को कपूर की ज्योत पर लगाए। ध्यान रहे इसके बीच वो कपूर बुझना नहीं चाहिए। साधना पूर्ण होने के बाद आप गरीब बच्चों मे मिठाई बाट दे। ऐसा करने के बाद स्वय आपकी इक्छए भी पूर्ण हो जाएगी।
माँ काली मे अगर आपकी असीम श्रद्धा है तो यकीनन ऊपर बताए गई मंत्र साधना-विधि को अपनाकर आप जीवन मे आने वाली कई परेशानियों से निजात पाकर एक सुखी व अच्छा जीवन जी सकते है।