पीपल के पत्ते से खतरनाक वशीकरण, आयुर्वेद के विज्ञान के अनुसार, पीपल के पेड़ के हर हिस्से – पत्ती, छाल, अंकुर, बीज और फल के कई औषधीय लाभ हैं। पीपल के पेड़ के पत्तों में ग्लूकोज, एस्टेरियोड और मेनोस, फेनोलिक होता है, जबकि इसकी छाल में समृद्ध इनविटामिन के, टैनिन और फेटोस्टेरोलिन होता है।
दोस्तों हम सभी जानते हैं कि पीपल का पत्ता बहुत ही लाभदायक होता है उन लोगों के लिए जो व्यावसायिक रूप से खतरे में पड़ जाते हैं या जिनको आय में कमी होती है वह लोग अगर उस पीपल के पत्ते पर पानी डालते हैं तो उनको आय में वृद्धि होती है इसके इलावा पीपल के पत्ते से ज्योतिष शास्त्र में तांत्रिक शास्त्र में वशीकरण के उपाय भी किए जाते हैं।
पीपल के पत्ते से खतरनाक वशीकरण
आज हम आपको इसी विषय पर कुछ बातें बताएंगे कि किस तरह आप पीपल के पत्ते का उपयोग करके किसी को भी वशीभूत कर सकते तो चलिए दोस्तों जानते हैं आज के उपाय।
अगर आपकी दुश्मनी किसी ऐसे व्यक्ति से हैं जो आपको सोते बैठते उठते जागते परेशान करते हैं और आप भी चाहते हैं कि वह भी अब परेशान हो जाए तो फिर आप यह उपाय अवश्य कीजिए।
किसी गलत उद्देश्य से आप इस टोटके का उपयोग बिल्कुल भी ना करें क्योंकि ऐसा करने से आपको खुद चोट पहुंच सकती है। अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उससे अपने दिल की बात कहना चाहते हैं मगर किसी कारणवश आप नहीं कह पा रहे हैं या वह व्यक्ति आपके तरफ देखता भी नहीं है तो फिर आप यह वशीकरण उपाय अवश्य कीजिए इसके लिए आपको ताजे पीपल के पत्तों की आवश्यकता होगी।
सर्वप्रथम आप दो ताजे पीपल के पत्तों का जुगाड़ कीजिए आपको यह पत्ता डायरेक्ट पेड़ से ही तोड़ने है न कि जमीन से उठाने हैं।जैसे ही आपको दो पीपल का पत्ता मिल जाए अब उन पीपल के पत्तों पर आपको उस व्यक्ति का नाम लिखना है जिनको आप वशीभूत करना चाहते हैं।
आपको पीपल के पत्ते के ऊपर नाम कपूर के राख से लिखने होंगे नाम लिखने के बाद अब आपको दोनों पीपल के पत्ते को पीपल के पीपल के पेड़ के पास लेकर जाना है।अब एक नाम लिखा हुआ पता पीपल के पेड़ के पास लेकर जाकर आपको उलटकर रख देना है और ऊपर से कोई भारी पत्थर रख देना है।
अब नाम लिखे हुए दूसरे पत्ते को अपने घर के छत के ऊपर रखकर उसे भी ढक दीजिए हम आपको यहां पत्ते को ढकने की बात इसलिए कर रहे हैं ताकि वह पत्ता कहीं और उड़कर ना जाए।
पीपल के पेड़ के सामने अपने जो पत्ता रखा है उस पत्ते पर आपको रोज पानी जाकर डालना होगा पीपल के पेड़ में जो पानी डालेंगे उस पानी में थोड़ा चावल एवं चीनी मिलाकर लेकर जाइएगा।
यह प्रयोग आपको बहुत जल्दी परिणाम देगा आप जिस भी व्यक्ति को वशीभूत करना चाहते थे वह व्यक्ति आपसे वशीभूत इस प्रयोग के माध्यम से आसानी से हो जाएगा।
हिंदू भविष्यवक्ता ज्योतिष में इसका अत्यधिक महत्व है। ज्योतिषी ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को शांत करने के लिए पीपल के पेड़ पर पूजा करने और जल चढ़ाने की सलाह देते हैं। कुछ लोग पीपल ट्रीटो की पूजा करते हैं, कर्ज, दुश्मन और अड़चनों जैसी विभिन्न समस्याओं से छुटकारा पाते हैं।
पीपल का पेड़ ऑक्सीजन की एक बड़ी मात्रा का उत्सर्जन करता है। कहा जाता है कि सुबह के समय पेड़ के चारों ओर घूमने से पूजा करने वाले को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है। यह वृक्ष औषधीय गुणों की एक अच्छी मात्रा के अधिकारी भी कहे जाते हैं। इसकी पत्तियां, लकड़ी, जड़ें और छाल कई रोगों के उपचार का स्रोत हैं।
महिलाएं पुत्र प्राप्ति के लिए पेड़ के तने के चारों ओर लाल ढागा या कपड़ा बांधती हैं।धन प्राप्ति के लिए शनिवार को पूजा की जाती है क्योंकि यह कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी उस विशिष्ट दिन पेड़ के नीचे बैठती हैं।पौधे को पानी देकर अपने बच्चों के लिए लाभ अर्जित करें।पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग स्थापित करके उसकी नियमित रूप से पूजा करने से आप भौतिक सुख अर्जित कर सकते हैं।
सकारात्मक आत्मा की प्राप्ति के लिए पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। पीपल के पेड़ के 11 पत्ते लें, पेड़ के नीचे बैठें और प्रत्येक पत्ते पर चंदन का लेप लगाकर श्री राम लिखें। उन्हें सभी बाधाओं और बाधाओं से मुक्त करने के लिए भगवान हनुमान को चढ़ाएं।
यदि व्यवसाय में सोमवार को पीपल के पेड़ की पूजा नहीं होती है। एक ताजा पत्ता बांधें और इसे कैशबॉक्स में डाल दें। पीपल के पेड़ की लकड़ी का उपयोग शनि शांति पूजा के लिए किया जाता है
। शनिवार को पीपल की छुट्टी लें और उसमें चंदन के लेप से स्वस्तिक चिन्ह लगाएं। इसे अपनी सीट के नीचे रखें जहां आप काम करते हैं और इसे आगामी 7 शनिवार तक करते हैं। आठवें शनिवार को इन सभी 7 पत्तों को इकट्ठा करें और उन्हें एकांत स्थान पर छोड़ दें।
यदि आप रोजाना पेड़ को पानी पिलाते हैं और साथ ही अपने बाएं हाथ से पेड़ की जड़ को छूते हैं तो पुरानी बीमारी या बीमारियां हो सकती हैं। संबंधित व्यक्ति अपने तकिये के नीचे एक पीपल का पत्ता भी रख सकते हैं।
जो बच्चे को बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं हैं, वे एक पीपल का पत्ता ले सकते हैं और इसे कम से कम एक घंटे के लिए पानी में डुबोकर रख सकते हैं। पत्ती को बाहर निकालें और इसे एक पेड़ के नीचे रखें। दंपति को तब पानी पीना चाहिए और यह निश्चित रूप से फायदेमंद होगा।
यह धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसका वैज्ञानिक महत्व भी है। पीपल का पेड़ ऑक्सीजन की एक बड़ी मात्रा का उत्सर्जन करता है। कहा जाता है कि सुबह के समय पेड़ के चारों ओर घूमने से पूजा करने वाले को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है
। यह वृक्ष औषधीय गुणों की एक अच्छी मात्रा के अधिकारी भी कहे जाते हैं। इसकी पत्तियां, लकड़ी, जड़ें और छाल कई रोगों के उपचार का स्रोत हैं। इस पौधे के हिस्से आयुर्वेदिक अध्ययनों पर भी हावी हैं।