रामवाण वशीकरण मंत्र, वशीकरण के लिए वैदिक रीति के सामान्य पूजा-पाठ के अनुष्ठान हों या फिर में घोर तांत्रिक साधनाएं, उनमें मंत्रों का विशेष महत्व होता है। देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए इनका स्पष्ट उच्चारण के साथ लगातार पाठ या कहें जाप किया जाता है।
जाप की संख्या तीन से विभाजित होने वाली होती है। वह कम से कम 108 बार होनी चाहिए है। इसे संख्या वशीकरण के स्वरूप और जरूरत के मुताबिक बढ़ाया जा सकता है, जो लाखों में होती है। इस जाप को कई दिनों में प्रतिदिन तीन या छह घंटे की बैठकों में पूरा किया जाता है।
रामवाण वशीकरण मंत्र
मंत्र जापकर किसी खाने या पहनने वाली वस्तु को अभिमंत्रित भी किया जा सकता है। उससे वस्तु सिद्ध हो जाती है तथा उसे वशीकरण के टोटके के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इनके रामवाण प्रभाव होते हैं। कुछ प्रभाव तो तत्काल देखे जाते हैं। यहां कुछ वैसे ही वशीकरण के रामवाण मंत्र दिए गए हैं।
हर किसी का वशीकरण
नीचे दिए वशीकरण मंत्र के 108 बार जाप कर किसी भी व्यक्ति को अपने वश में किया जा सकता है। इसका विधिवत जापकर प्रेम हासिल किया जा सकता है, तो जीवनसाथाी की नारजगी दूर कर उसके दिल-दिमाग पर अपना प्रभाव बनाया जा सकता है। कोई व्यक्ति शत्रु ही क्यों ने हो उसे वशीभूत कर उसकी शत्रुता को हमेशा के लिए खत्म की जा सकती है। मंत्र इस प्रकार है-
ऊँ नमो महायक्षिण्यै ’ अमुक ’ मे वश्यं कुरू कुरू स्वाहा!!!
इस मंत्र के एक लाख बार जाप करने से यह सिद्ध हो जाता है और प्रयोग के समय इसका 108 बार जाप किया जाता है। इसमें अमुक शब्द की जगह पर वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति के नाम का उच्चारण किया जाता है। इस मंत्र से मनचाहे व्यक्ति का वशीकरण किया जा सकता है।
मंत्र का प्रयोग करने से पहले अपने आपको स्नान आदि से शुद्ध कर लिया जाता है और प्रयोग के लिए सही समय सूर्योदय से पहले होता है। ऐसी मान्यता है कि इसका प्रयोग कभी खाली नहीं जाता है।
मोहिनी जाल वशीकरण साबर मंत्र
संस्कृत में दिए गए वैदिक मंत्रों के अलावा वशीकरण के कई मंत्र बोलचाल की सरल भाषा में भी प्रचलित हैं। इन्हें साबर मंत्र के नाम से जाना जाता है। इनका प्रयोग विभिन्न तांत्रिक साधना के जरिए किया जाता है।
साथ ही वशीकरण के टोटके में सिद्ध होने के बाद ये मंत्र बहुत ही अचूक असर करते हैं। निम्नलिखित मंत्र साबर मोहनी जाल वशीकरण कहलाता है, जिसका प्रयोग कभी विफल नहीं जाता है। यह मंत्र एक तरह से मोहिनी जाल फेंकने जैसा है, जिसमें इच्छत व्यक्ति का फंसना सुनिश्चित है। मंत्र है:-
मोहिनी मोहिनी मैं करा मोहिनी मेरा नाम!
राजा मोहा प्रजा मोहा मोहा शहर ग्राम!!
त्रिंजन बैठी नार मोहा चोंके बैठी को!
स्तर बहतर जिस गली मैं जावा सौ मित्र सौ वैरी को!!
वाजे मन्त्र फुरे वाचा!
देखा महा मोहिनी तेरे इल्म का तमाशा!!
यह मंत्र जहां दांपत्य जीवन को सुखद बनाने के काम आता है, बल्कि इससे कामकाज के दौरान कार्यक्षेत्र के माहौल को अपने अनुकूल भी बनाया जा सकता है। पति-पत्नी के बीच चाहे कितना भी तनाव या मतभेद क्यों न हो पति या पत्नी वशीकरण के लिए विधिवत इसका प्रयोग कर सकते हैं।
खासकर बात-बातपर झगडने या हमेशा किसी दूसरे पुरुष की तारीफ करने वाली पत्नी को इससे वश मंे रखा जा सकता है। दूसरी औरत के मोहजाल में फंसे पति को भी अपने काबू में लाया जा सकता है। इसकी साधाना विधि का सिलसिलेवार तरीका हैः-
- इसकी शुरूआत साधना के लिए पहने जाने वाले वस्त्र से करें, जो लाल रंग का होना चाहिए। उपयुक्त समय सूर्योदय से पहले होना चाहिए।
- स्नान आदि से शुद्ध होकर घर के एकांत स्थान पर कुश या कंबल का आसन बिछाएं। बैठने पर आपका मुंह उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
- साधना के लिए आवश्यक सामग्रियों में तिल का तेल, दीपक और लाल चन्दन या फिर काले हकीक की माला रखें। मंत्र जाप के दौरान दीपक का जलते रहना जरूरी होता है। दूसरी सामग्रियों में सिगार, सात किस्म की मिठाई, छोटी इलायची, इत्र की शीशी, मीठे पान का एक बीड़ा है। सभी वस्तुआंे को लाल कपड़े पर रख लें।
- आसन पर बैठने के बाद गणेश पूजन, गुरु पूजन और भैरव पूजन करें। उसके बाद बाएं हाथ में छोटी इलायची और दाएं हाथ में माला लेकर मंत्र जाप प्रारंभ करें। जाप के बाद सभी समग्रियों को लाल कपड़े में बांधकर नदी में प्रवाहित कर दें सिर्फ इलायची और इत्र को संभालकर रख लें।
- अभिमंत्रित इलायची को वशीकरन किए जाने वाले व्यक्ति को खिला दें। इससे पहले उसपर तीन बार फूंक मारकर मोहिनी साबर मंत्र पढें।
- साधना के दौरान जलते दीपक की कालिख से काजल भी बनाया जा सकता है, और फिर उसका उपयोग अभिमंत्रित काजल की तरह किया जाता है। यह महिला साधिका के लिए ज्यादा उपयुक्त है।
- यह साधना 11 दिनों तक लगातार की जाती है।
- साधना के दौरान निर्भयता के साथ काफी सर्तक और सजग रहने की जरूरत है कारण जब आप मंत्र का जाप कर रहे होते हैं तब कई बार आपकी नजरों के सामने से एक अस्पष्ट छाया गुजरती दिखेगी। वह कोई और नहीं बल्कि मोहिनी होती है। उसका रूप डरावना भी हो सकता है। काले वस्त्र में उसका रूपरंग एकदम काला होता है, केवल लाल चमकी हुई आंखें होती हैं।
- मोहिनी की होठों पर भी सुर्खी लगी होती है। इस दौरना बिजली चमकने और गरज की आवाज सुनाई दे सकती है। ऐसे में निर्भिकता दिखाते हुए मंत्र जाप जारी रखना होता है।
प्रेमी-प्रेमिका वशीकरण
वशीकरण के इस मंत्र से प्रेमी या प्रेमिका अपने प्रिय को वशीभूत कर सकते हैं। मंत्र जाप से पहले और बाद में निम्न तरीके अपनाएं –
- सयंम और धैर्य के साथ सही समय आने की प्रतीक्षा करते हुए न नकारात्मक बातें से दूर रहें। नहीं में भी हां की संभावना तलाश करें। अनावश्यक वाद-विवाद से बचें।
- ज्योतिष या धर्म गुरु की सलाह मनाते हुए रत्न आदि धारण करें। शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन अपने प्रिय से अवश्य मुलाकात करें।
- सफेद वस्त्र में किसी भी धर्मिक स्थान पर जाएं। लाल गुलाब और चमेली का तेल अर्पित करें।
- शनिवार के दिन से शुरू करते हुए 31 दिनों तक प्रतिदिन 1144 बार मंत्र का जाप करें। मंत्र है-
- कामाख्या देश, कमाख्या देवी!!
जहां बसे इस्माइल जोगी,
इस्माइल जोगी ने लगाई फुलवारी।
फूल लेना तोडे।
जो इस फूल को सूँघे बास,
तिस का मन रहे हमारे पास,
महल छोडे, घर छोडे, आँगन छोडे,
लोक कुटुम्ब की लाज छोडे,
दुआई लेना सबकी ,
धनवन्तरि की दुहाई फिरै!!