रुद्राक्ष माला से वशीकरण, क्या आप लोगों को रूद्राक्ष के बारे में कुछ पता है कि आखिर यह रूद्राक्ष है क्या और इसको पहनने से किन-किन परेशानियों से मुक्ति मिल सकती है तो हम आपको बता दें कि रूद्राक्ष आम के गुठलियों जैसा ही एक गुंठली है
जो भगवान शिव का एक अंश है कहा जाता है कि भगवान शिव के आंसू धरती में जब गिरे थे तब यह आंसू धरती पर रूद्राक्ष का रूप धारण कर लिए थे। इसलिए रूद्राक्ष का अपने आप में बहुत महत्व होता है क्योंकि भगवान शिव स्वयं रूद्राक्ष को पहनते थे। रूद्राक्ष पहनने से लोग अनेक तरह के बाधा एवं विघ्नों से बच सकते हैं।
रुद्राक्ष माला से वशीकरण
रूद्राक्ष को कोई भी पहन सकता है चाहे वह बच्चा हो या व्यस्क या फिर महिला हो या पुरुष सब लोग आसानी से बिना किसी झिझक के रूद्राक्ष को पहन सकते हैं। इसमें सावधानी सिर्फ इतना रखना होगा कि नहाते वक्त एवं शौच में जाते वक्त उसको उतार कर रखना होगा।
ताकि आपका रूद्राक्ष अपवित्र न हो जाएं। रूद्राक्ष अनेक मुखी का होता है अर्थात अनेक आकार का होता है और हर आकार का नाम अलग होता है और महत्व भी अलग होता है।
रुद्राक्ष से वशीकरण
आप सब पाठक यही सोच रहे होंगे कि हम आज आपको रूद्राक्ष के विषय में क्यों बता रहे हैं दरअसल दोस्तों आप में से बहुत लोग अपने व्यापार से, अपने स्वास्थ्य से, अपने कार्यक्षेत्र से काफी हद तक परेशान रहते हैं और आप मूल तक पहुंच नहीं पाते हैं कि आखिर क्यों आप इन परेशानियों से जूझते हैं।
मगर आप चिंता मत किजिए क्योंकि आज हम रूद्राक्ष के माध्यम से कैसे वशीकरण करे इस टोटके के बारे में ही आपको बताने जा रहे हैं। बस आप ध्यानपूर्वक हमारे लेख को पढ़िए।
यदि आपका कार्यक्षेत्र ऐसा है जहां पर आपको सुबह से लेकर शाम तक बहुत तरह के लोगों से मिलना होता है। आपको लोगों से संचार करना होता है , मगर आप हर संभव प्रयास करके थक जाते हैं और आपके बातों से कोई भी कन्वींस नहीं हो पाता है।
आपके ग्राहक आपसे नाराज हो कर चले जाते हैं तो आप बिल्कुल भी घबराइए नहीं क्योंकि रुद्राक्ष माला वशीकरण में ऐसी ताकत है जो आप के ग्राहक को बिल्कुल संतुष्ट कर देगा और आप पहले जिन भी समस्याओं से गुजर रहे थे वह सारी समस्याएं आपकी खत्म हो जाएगी।
उपाय
आप सभी जानते हैं कि भगवान शिव का दिन सोमवार होता है। आपको सोमवार के दिन रुद्राक्ष माला को धारण करना है हम आपको एक और बात बता दे कि बाजार में अनेक तरीके के रुद्राक्ष आपको मिलेंगे। उनमें से कुछ असली होते हैं और कुछ नकली होते हैं आपको असली रुद्राक्ष पहनना है
सफलता प्राप्त करने के लिए आपको असली और नकली रुद्राक्ष के बारे में पता लगाने के लिए किसी ऐसे विशेषज्ञ के पास जाना होगा जो रुद्राक्ष देखकर ही पहचान जाएगा कि कौन सा असली रुद्राक्ष है और कौन सा नकली है इसलिए असली रुद्राक्ष पहनने से पहले रुद्राक्ष का अच्छी तरीके से जांच एवं पड़ताल कर लें।
रुद्राक्ष वशीकरण
आपको कुल 9 रुद्राक्ष के दाने लेने हैं। जिसकी माला आपको पहनी होगी वह है चार, पांच एवं छः मुखी रुद्राक्ष जो कुल 3-3 दानों के एक माला होंगे जो आपको पहनने है। रुद्राक्ष के दानों को आपके लाल धागो में पिरोना है और उनके बीच में जो आपको गांठ लगानी है वह सवा गांठ होगा। ध्यान रखें कि रुद्राक्ष की माला का जो धागा होगा वह ज्यादा लंबा नहीं होना चाहिए। धागा इतना ही लंबा हो जो आपके हृदय को स्पर्श कर सके।
जब आपका रुद्राक्ष का माला बनकर तैयार हो जाए तो उस माला को आपको किसी भी शिव मंदिर में सोमवार के दिन लेकर जाना है और उस माला का अच्छे से अभिषेक करना है जल के माध्यम से। अभिषेक करने के साथ-साथ आपको ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना होगा अगर आप अपने रुद्राक्ष को और भी ज्यादा शक्तिशाली बनाना चाहते हैं और भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनकी प्रिय वस्तु को उस शिवलिंग में चढ़ा सकते हैं जिस शिवलिंग के ऊपर आपने अपने रुद्राक्ष की माला को रखा हुआ है और आप अभिषेक कर रहे हैं।
शिव जी की प्रिय वस्तु है धतूरा, बेल एवं भांग आप चाहे तो इन तीनों वस्तु को ही उनको आप अर्पित कर सकते हैं या फिर आप इन तीनों में से किसी भी एक वस्तु को भी अर्पित कर सकते हैं यह संपूर्ण: आपके ऊपर निर्भर करता है।
जब आपका अभिषेक पूर्ण हो जाए और रुद्राक्ष माला को पहनने के लिए तैयार है पहनने से पहले आप शिव जी से प्रार्थना कीजिए कि हे शिवजी मेरे वाणी में ऐसी ऊर्जा प्रदान कीजिए।
जिससे सभी लोग वशीभूत हो जाए और मेरे से प्रेरित भी हो जाए ताकि मेरा हर कार्य सफल हो जाए और मुझे लाभ की प्राप्ति हो मेरी वाणी में आप ऐसा ओज प्रदान कीजिए यही मेरी प्रार्थना है।
रुद्राक्ष की माला से वशीकरण
ऐसा बोलकर आप वहां पर चुपचाप बैठ जाइए और बनाए हुए रुद्राक्ष की माला को धारण करने से पहले उसी माला से पहले आप महामृत्युंजय जाप किजिए। जैसे ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप पूरा हो जाए वैसे ही आप उस रुद्राक्ष की माला को अपने गले में धारण कर लिजिए। यदि आपको गले में नहीं पहनना है रुद्राक्ष की माला तो आप अपने बाएं या दाएं हाथ में भी पहन सकते हैं।
गले में ही पहनना बेहतर होगा क्योंकि परिणाम ज्यादा अच्छा पाने के लिए आपको रुद्राक्ष की माला गले में धारण करना चाहिए। रुद्राक्ष की माला धारण करने से ना केवल आपके कार्यक्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी बल्कि अगर आप किसी रोग से भी पीड़ित है तो उस रोग से भी आपको मुक्ति मिल जाएगी।
अगर आप भूत, प्रेत एवं अंधकार इन सभी चीजों से भी डरते हैं तो वह डर भी आपका कट जाएगा। कहा जाता है कि जो लोग रुद्राक्ष की माला को धारण करते हैं भगवान शिव जी हमेशा उनसे प्रसन्न रहते हैं।
वह कभी भी उनको कोई भी तकलीफ नहीं होने देते हैं भगवान शिव हमेशा अपने भक्तों को कष्टों से मुक्ति देते हैं। हम आशा करते हैं कि यह उपाय आपको अवश्य लाभ प्रदान करेगा।