सौतन से छुटकारा पाने के उपाय
सौतन से छुटकारा को भले ही बीते जमाने में पति की दूसरी पत्नी के तौर पर सामाजिक मान्यता मिली हुई हो, लेकिन आज दुनिया के किसी भी कोने में इसे अनैतिक समझा जाता है। सौतन किसी पत्नी का सुख-चैन छिनने वाली होती हैं। इसलिए कोई भी स्त्री कभी नहीं चाहेगी कि उसका पति सौतन यानि पराई स्त्री के साथ प्रेम-संबंध कायम करे। इसके लिए वह पति पर तरह-तरह के अंकुश बनाती हैं और भावनात्मक स्तर पर वैवाहिक रिश्तों की पाबंदियां लगाती है।
सौतन से छुटकारा
पर-स्त्री गमन के आदि हो चूके पति को सही मार्ग पर लाने के लिए कई तरह के तांत्रिक, वैदिक, ज्योतिषीय और टोटके के उपाय विभिन्न ग्रंथों में दर्ज हैं। यदि इनका सही तरह से समय रहते ईश्वर के प्रति आस्था और विश्वास के साथ इस्तेमाल किया जाए तो इसके सकारात्मक परिणाम के साथ सौतन से छुटकारा मिलना सुनिश्चित हो जाता है।
वैसे सौतन से छुटकारा पाने का अर्थ है पति को अपने वश में करना, न कि किसी स्त्री को पति से दूर करना। दोनों कार्यों को समझने का फर्क और अर्थ सकात्मक एवं नकारत्मक भाव लिए हुए किसी का अहित करने से बचाने का भी है। यह कहें कि पति के वशीकरण उपाय सांप भी मर जाए और लाठी भी नहीं टूटे मुहावरे के सिद्धांत के आधार पर किया जाना चाहिए। आईए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण उपयों के बारे मेंः-
प्रेम में कमीः पति के दूसरी स्त्री के प्रति अकर्षित होने का सामान्य अर्थ में उसकी व्याहता पत्नी के प्रेम में कमी का होना है। ऐसे में सबसे पहले पत्नी को चाहिए कि वह पति के ऊपर अपने रंगरूप-सौंदर्य-यौवन का भावनात्मक मोहिनी जाल फैलाए। उसके बाद भगवान श्रीकृष्ण को स्मरण कर शुक्रवार को एक सरल उपाय करे। इसके लिए तीन इलायची को अपने शरीर से स्पर्श कर उसे पहने हुए परिधान में छिपा लें। साड़ी पहनने वाली स्त्री अंचल के कोने में, या सलवार-सूट वाली स्त्री दुपट्टे के एक कोर में या फिर जींस-टीर्शट जैसी आधुनिक परिधान धारण करने वाली अपने रूमाल के एक कोने में बांधकर रख लें।
अगल दिन यानि शनिवार की सुबह उसी इलायची को पीसकर किसी व्यंजन के साथ पति को खिला दें। ऐसा मात्र तीन शुक्रवार को करने से पति का उसकी पत्नी के प्रति वशीकरण हो जाता है और सौतन से खुद-व-खुद मुक्ति मिल जाती है।
आकर्षण शक्तिः पति के मन-मस्तिष्क में अपनी अकर्षण शक्ति या कहें प्रभाव को बढ़ाने से भी परस्त्री के पीछे भागने वाला पति सही रास्ते पर आ जाता है और सौतन बनी दूसरी औरत उसके पति को अपने मोहजाल से मुक्त करने को मजबूर हो जाती है। इसके लिए एक टोटका नुस्खे के तौर पर अपनाया जा सकता है। टोटके के तरीके के अनुसार पहले एक-दो पके केले में गोरोचन को मिलाकर लेप बना लें, फिर उस लेप को अपने सिर पर लगाएं।
ऐसा करने से सम्मोहन या अकर्षण शक्ति की अद्भुत क्षमता का अनुभव होता है, जिससे पति का सामना करने और उसके सम्मुख अपने प्रेम की आतुरता को सौंदर्य-बोध के साथ व्यक्त करने का मनोबल मजबूत होता है। पति पर अधिकार जमाने का आत्मविश्वास बढ़ता है। वैसे अपना आकर्षण एक खास तरह के तिलक लगाने से भी संभव है। तिलक के लिए नारियाल के साथ धतुरे के बीज और कपूर को पीस लें। इसे नियमित तब लगाएं, जब पति सामने हो और उसे अपने सौंदर्य का ऐहसास करवाएं। तिलक का असर जितना लगाने वाली स्त्री को आत्मविश्वासी बना देता है, उतना ही उसे देखने वाले पर वशीकरण से प्रभावित भी कर देता है।
यौन क्षमता: पति को अपने वश में रखने के लिए बहुत ही कारगर उपाय पत्नी की यौन क्षमता में पर्याप्तता का होना और अपने मोहपाश में बांधने लायक यौनाकर्षण को प्रदर्शित करना भी है। ऐसा होने पर दूसरी औरत के पीछे भागने वाला पति अपनी पत्नी के शारीरिक और फिर मनोवैज्ञानिक आकर्षण में बंधने बच नहीं पाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पत्नी को चाहिए कि वह शुक्र ग्रह को ठीक करने के लिए कामदेव मंत्र का विधिवत जाप करे।
कामदेव का वह मंत्र इस प्रकार हैः- ओम कामदेवाय विद्यम्हे, रति प्रियायै धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्। इसके अतिरिक्त कामदेव को प्रसन्न रखने के शाबर मंत्र भी हैः- ओम नमो भगवते कामदेवाय यस्य यस्य दृश्यो, भवामि यस्य यस्य मम मुखं पश्यति तं तं मोहयतु स्वाहा। इन मंत्रों के जाप से यौन क्षमता बढ़ती है। इसी तरह से शुक्र मंत्र ओम दां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः के जाप से पति को अपने वश में रखा जा सकता है।
गृह क्लेशः घर में पति-पत्नी के बीच गृह क्लेश और अशांति का कारण भी अक्सर दूसरी औरत बनती है। पति का दूसरी औरत के साथ प्यार का चक्कर या फिर किसी स्त्री के द्वारा दूसरे के पति को अपने वश में कर लेने के कारण पति-पत्नी आपस में अक्सर लड़ते-झगड़ते हैं। इस आधार पर सौतन से मुक्ति तभी मिल सकती है जब गृह क्लेश के तांत्रिक या मांत्रिक उपाय किए जाएं। इसके लिए लिए गृह क्लेश निवारण मंत्र का 42,000 बार जाप करने की सलाह दी जाती है। वह मंत्र हैः-
धाम धिम धूम धुर्जट पत्नी वां वीं वुम वागधिश्वरी।
क्राम क्रीम कृम कालिका देवि, शाम शिम शुम शुभम कुरु।।
इस मंत्र का जाप प्रातःकाल मां दुर्गा या काली देवी की तस्वीर के सामने धुप-दीप जलाने के बाद लाल फूल अर्पित कर शुरू किया जाता है। प्रति दिन 108 बार जाप करने से घर में शांति का वातावरण बनता है। दांपत्य जीवन मंे खुशहाली आती है।
पति वशीकरणः पति को दूसरी औरत के साथ संबंध-विच्छेद करवाने के लिए उसके वशीकरण के टोटके अपनाने चाहिए। इस संबंध मंे उपाय के लिए एक पान का सबूत पत्ता लाएं। उसपर चंदन और केसर का चूर्ण लगाएं। इस तरह से बने मिश्रण को तिलक के रूप में ललाट पर लगाकर पति के सामने या उसकी तस्वीर के सामने जाने पर उसका वशीकरण हो जाता है। ऐसा 43 दिनों तक किया जाना चाहिए। हर दिन नया पान का पत्ता लाएं और अंतिम दिन सभी पत्ते बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
पति को पराई स्त्री(सौतन ) या लड़की से दूर करने का उपाय – के लिए पत्नी अपनी माहवारी के दौरान रात के बारह बजे सोए हुए पति की चोटी के कुछ बाल काट ले। उसे पति की नजर बचाकर रखे। कुछ दिनों के बाद बालों जलाकर पैरों से कुचल दें और घर के बाहर फेंक दें। यह साधारण उपाय पति का मतिभ्रम करने के लिए कारगर उपाय है। कुछ दिनों में ही पति का अपनी पत्नी के प्रति वैचारिक मतभेद खत्म हो जाता है और दूसरी औरत के प्रति बने दीवानेपन को धीरे-धीरे त्याग देता है।
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