Videsh Me Basne Ka Wazifa

Videsh Me Basne Ka Wazifa

यदि किसी के शोहर विदेश मे रहते है तो उनकी खातून की ख्वाहिश होती है की वो भी अपने पति के साथ विदेश मे जाकर रहे, इसलिए आज हम आपको विदेश में शौहर के साथ रहने का वजीफा बतायेगे। इसके अलावा आज हम आपको विदेश जाने का वजीफा और विदेश में जॉब लगने के लिए वजीफा भी बतायेगे।

हर कोई विदेश में बसने का सपना देखता है, लेकिन सभी का यह सपना साकार नहीं हो सका। अच्छा विदेशी माहौल, अच्छी संस्कृति, नौकरियां और मोटी तनख्वाह युवाओं को बहुत आकर्षित करती है। अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए,

विदेश में बसने का वजीफा

  • अधिकांश लोग विदेश में बसने के बारे में सोचते हैं, लेकिन जैसा कि सभी जानते हैं, यह करना आसान बात नहीं है। केवल खुशकिस्मत लोग विदेश में बस जाते हैं लेकिन आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज हम आपको बता रहे हैं कि आप विदेश में बसने के सपने को कैसे पूरा कर सकते हैं।
  • विदेश में जा कर बस्न यदि आपके भी अधूरे ख्वाब में से एक हैं, तो आज आपको ये लेख पूरी अवश्य पढ़नी चाहिए| विदेश में बस्ने के लिए आप नीचे दिये हुए कुछ इस्लामी अमल को आजमाए जो की सतप्रतिशत आपको सफलता प्रदान करेगा|
  • एक कंटेनर में पानी भरें और इसे किसी गाय के सुनहरे बछड़े के सामने रखें। उसके बाद इस वजीफ़ा को 100 बार दुहराये-
  • “अल रुकईया असलामेकुन सुलेमान वुजू वस्तिलाह विस्मिल्लाह रहिमे करीम हलाल रीज़ करमे वसीम आमीन|”
  • अब कंटेनर में बचे पानी कोकिसी शीशी में भर कर किसी विघटित स्थान पर दबाएं। इस प्रक्रिया को आप अमावस के दिन शुरू करे| और अगले अमावस को दुबारा दुहराये| तीन अमावस तक इस दुहराने के बाद अपने आप आपके विदेश जाने का मार्ग खुल जाएगा|
  • एक चांदी के डिब्बे में या चांदी के बर्तन मेंपानी रखें। और इस पानी को ही प्यास लाग्ने पर पिये|इससे विदेश भ्रमण का मार्ग खुलता हैं|
  • दूसरे देश में जाकर बसने के लिए आवश्यक अमल के तहत, आप बहते जल में अल्लाह-ताला का नाम लेकर तांबे का सिक्का डालें| बहते जल में तांबे के सिक्के डालने से, दूसरे देश की यात्रा की और वह बस्ने की ठोस संभावनाएं बनती हैं।

विदेश जाने का वजीफा

बहुत से लोग विदेश जाने का सपना देखते हैं, लेकिन कुछ ही लोगों को यह सपना पूरा हो पाता है। कभी-कभी पैसे की कमी इस सपने के रास्ते में आती है, तो कभी-कभी आवश्यक दस्तावेज या कागजी कार्रवाई आपको विदेश जाने से रोकती है।

और कभी-कभी यह सब होने के बाद भी आप विदेश नहीं जा पाते हैं। तो चलिए आज हम आपकी समस्या का इस्लामी समाधान जानते हैं।

विदेश जाने का वजीफा- अपनी विदेश यात्रा को मुकम्मल बनाने के लिए आप नीचे बताए हुए वजीफ़ा को आजमाए|इस बात की 100 प्रतिशत गारंटी हैं कि आप तीन महीने के भीतर-भीतर अपना विदेश यात्रा को मुकम्मल कर रहे होंगे:-

Videsh Jane Ka Wazifa

  • विदेश जाने के सपने को साकार करने के लिए अल्लाह-ताला से ढेर सारी दुआएं और धिक्कार करे| दुआओं को पढ़ने से पहले कुरान की आयतों को अवश्य पढे| इसके बाद 3 मर्तबा-अल-हाजिरी का पाठ करे और फिर अल्लाह से दुआ करे उसे उसकी ताकत का हवाला डेटेन हुए कहे कि-
  • “इस कायनात में कुछ भी ऐसा नहीं जो तेरे बस में नहीं, तू सबकी सुनता हैं, मेरी भी सुन और मेरे दिल को सुकून दें|”
  • उपयुक्त दुआ को वैसे तो आप किसी भी समय दुहरा सकते हैं, परंतु रात को सोते समय आप निश्चय ही इस दुआ को कम से कम 22 मर्तबा दुहराये|
  • दुआ को पढ़ने के साथ ही आप अपनी ओर से अब निश्चिंत हो जाते हैं कि आपने सब कुछ अल्लाह-ताला के भरोसे छोड़ दिया हैं, अब वही रास्ता निकलेगा|
  • और यदि आप अल्लाह-ताला के नेक बंदे हैं, तो वह आपके द्वारा की गयी इस दुआ को कबूल करेगा और जल्द ही आपके विदेश जाने का योग बनेगा| आमीन|

विदेश में शौहर के साथ रहने का वजीफा

बहुत सारे खातून के शौहर विदेश में रहते हैं| यदि आप भी अपने शौहर के साथ विदेश में जाकर बसना चाहती हैं तो आपको इस्लामी वजीफ़ा या अमल को आजमाना चाहिए|

नीचे लेख में उन बीवियों के लिए वजीफे का प्रयोग बताया गया है जो विदेश में अपने शौहर के साथ बसना चाहती हैं:-

विदेश में शौहर के साथ रहने का शक्तिशाली वजीफ़ा-यदि आपके शौहर अपनी आजीविका के लिए विदेश में रहते हैं, लेकिन वे किसी कारणवश आपको अपने साथ लेकर जाने को तैयार नहीं हैं तो आप इस वजीफ़ा को आजमा सकती हैं|

Videsh Mai Shohar Ke Sath Rahane Ka Wazifa

  • इस बार जब आपके शौहर छुट्टियों में विदेश से अपने देश आए तो, आपको यह शक्तिशाली वजीफ़ा को उनके ऊपर आजमाना हैं|
  • वैसे तो इस वजीफ़ा का उपयोग किसी भी दिन कर सकते हैं, लेकिन बेहतर होंगा कि इसे आलह-ताला के नमाज़ को पढ़ने के बाद ही शुरू करे|
  • नमाज़ के शुरुआत से पहले अपने सामने चमेली का तेल रखें| नमाज खत्म होने के बाद फिर से वजू करें उसके बाद “बिस्मिल्लाह रहमाने रहीम”, इस दुआ को 100 मरतबा दुहराये|
  • इसे पढ़ने के बाद 16 मर्तबा अल-लतिफ़ू पढ़ें और चमेली के तेल पर फूंक मारे| अब अपनी मन्नत को रब से मांगने के बाद उस चमेली के तेल से अपने शौहर की सिर की मालिश करें|इस अमल को रोज तीन बार दुहराये|
  • इस अमल का असर इतना जोरदार होगा कि आपके शौहर खुद-ब-खुद आपको अपने साथ विदेश ले जाने के लिए, आपसे मिन्नते करेंगे| अल्लाह सब की सुनता हैं, वह आपकी भी जरूर सुनेगा|

विदेश में जॉब लगने के लिए वजीफा

यदि आप भी उन लोगो में से हैं, जो विदेश में नौकरी कर के ढेर सारे पैसे कमाने के ख्वाब देखते हैं, तो आपको अपने इस ख्वाब को पूरा करने के लिए नीचे वर्णित वजीफ़ा का इस्त्माल करनी चाहिए| अल्लाह-ताला ने चाहा तो जल्द ही आपकी मुराद पूरी हों जाएगी|

  • विदेश में नौकरी पाने के अपने ख्वाब को पूरा करने के लिए इस अमल का प्रयोग आप शुरू करें|इसकी शुरुआत आप जुम्मे के दिन से शुरू करें|
  • सबसे पहले सहर की नमाज़ अदायगी के बाद आप 3 मर्तबा दारुदे- शरीफ को पढे|इस्लाम में किसी भी कार्य को मुकम्मल करने से पहले अल्लाह की रजामंदी पाने के उद्देश से इस पवित्र ग्रंथ को पढ़ा जाता हैं|
  • अब अपने सामने लकड़ी का एक पट्टा ले| इसके ऊपर सफेद अथवा पीले कपड़े को बिछा दें| अब इसके ऊपर हजरत मोहम्मद के चित्र को स्थापित करें|
  • अब ढेर सारी सुगंधित अगरबत्तियों को जलाए साथ हीचारों ओर सुगंधित इत्र का छिड़काव करें | अब अपनी आंखे बंद कर के अल्लाह से अपनी मुराद को पूरा करने के लिए दुआ करें|
  • दुआ को पढ़ने के बाद कुरान की आयतों का पाठ करें| सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद हजरत मोहम्मद के चित्र को पास के किसी मस्जिद में भेंट कर दें|
  • इस वजीफ़ा के प्रयोग के महीने भर के अंदर आपकी नौकरी विदेश में पक्की हो जाएगी|

हम सभी जानते हैं कि इबादत करना और दुआ करना हमारी रूह को अल्लाह-ताला से मिलता हैं और हमारे दिल को सुकून देता हैं।नबी (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फरमाया: ‘अगर किसी के घर के सामने कोई नदी बह रही हो,

और अगर वह रोज पांच बार उसमें नहाएगा तो क्या उसके शरीर पर कोई गंदगी बचेगी?’ यह पाँच बार सलात का उदाहरण है, जिसके द्वारा अल्लाह अपने सेवक के पापों की गंदगी को दूर करता है और उसकी हर मुराद को पूरी करता हैं|

इसलिए यह स्वाभाविक है कि हमारे सालाह और दुआ करने के बाद हम हल्का और आरामदायक महसूस करेंगे। हम विनम्र और संतुष्ट महसूस करते हैं कि हमने उस समय के लिए अपने कर्तव्य को पूरा किया है और हम अपनी दैनिक दिनचर्या और कार्य के लिए तत्पर हैं।