किसी भी कारन से यदि आप किसी को अपने से दूर करना चाहते है और अपने दिल से निकलना चाहते है तो उसके लिए आज हम आपके लिए लेकर आये है किसी को खुद से दूर करने की दुआ और किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल. इसे किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका भी कहा जाता है
दोस्तों आपने हिंदी फिल्मों का ये गाना जरूर सुना होगा, ‘है अपना दिल तो आवारा, ना जाने किस पर आएगा।’ हकीकत में भी इस दुनिया में ऐसा ही होता है।
हमारा दिल कब किस शख्स पर आ जाए यह कोई नहीं बता सकता। यदि मोहब्बत सफल रिश्तों में तब्दील हो जाए तो इंसान अपनी पूरी ज़िन्दगी सुख से व्यतीत करता है, लेकिन कई बार हमारा दिल किसी गलत शख्स से मोहब्बत कर लेता है।
किसी को दिल से निकालने का वजीफा
अक्सर देखा जाता है कि जिस व्यक्ति से हमने मोहब्बत की है वह हमसे बिल्कुल प्यार नहीं करता। ऐसे में प्यार करने वाले व्यक्ति के अंदर एक तड़प और घुटन होने लगती है। वह प्यार में पागल हो चुका होता है। ऐसे समय पर आप किसी को दिल से निकालने का वजीफा का इस्तेमाल कर सकते है।
किसी को दिल से निकालने का वजीफा बहुत ही आसान है। इस वजीफे के इस्तेमाल के साथ ही पाँचों वक्त नमाज की पाबंदी होती है। जो व्यक्ति रोज़ाना नमाज पढ़ता है और सजदे में जाकर अपने गुनाहों की माफी मांगता है, उसकी ज़िन्दगी से सारे दुख दूर होने लगते है। किसी को दिल से निकालने का वजीफा आप किसी भी वक्त की नमाज के बाद पढ़ सकते है-
ला मरगूवी इल्लाहा
ला मतलूबी इल्लाहा
ला महबूबी इल्लाहा
ला इल्लाहा ला इल्लाहा
किसी को दिल से निकालने का वजीफा आपको नमाज के बाद 100 मरतबा पढ़ना है। इसके अलावा रात को सोते समय या अन्य कोई भी काम करते वक्त यदि आपको किसी की याद आती है तब भी आप ये किसी को दिल से निकालने का वजीफा पढ़ सकते है। कुछ दिन तक रोज़ाना ये वजीफा पढ़ने से आपके दिल से उस शख्स की सारी यादें हमेशा के लिए निकल जाएगी।
किसी को खुद से दूर करने की दुआ
कई बार ज़िन्दगी में ऐसा होता है कि एक प्रेमी और प्रेमिका एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करते है। आपके साथ भी कभी ना कभी ऐसा हुआ होगा और किसी से सच्चा प्यार जरूर हुआ होगा।
लेकिन कई बार हम जानते है कि यह मोहब्बत पूरी ज़िन्दगी साथ नहीं चल सकती। इसके पीछे कई वजह हो सकती है, जैसे आपका या सामने वाले व्यक्ति का शादीशुदा होना। इसके अलावा यदि आप किसी ओर व्यक्ति से मोहब्बत करते है
तब भी आप सोचेंगे कि दूसरे व्यक्ति को खुद से कैसे दूर किया जाए। ऐसी परिस्थिति में आपको किसी को खुद से दूर करने की दुआ पढ़नी चाहिए। इंशाल्लाह इस दुआ की मदद से सामने वाला व्यक्ति खुद ही आपसे दूर हो जाएगा।
Kisi Ko Khud Se Dur Karne Ki Dua
दोस्तों कुरान ए पाक में हज़ारों छोटी-छोटी आयतें है, जिसकी मदद से हम अपनी दुआ अल्लाह तक पहुंचा सकते है। किसी को खुद से दूर करने की दुआ में आपको एक ऐसी ही कुरानी आयत बता रहे है। इस वजीफे के लिए सबसे पहले साफ पाक होकर वुज़ू बना ले। अब आपको 7 मरतबा दुरूद ए शरीफ पढ़ना होगा।
किसी को खुद से दूर करने की दुआ के लिए अब आप 7 मरतबा सुरह कौसर की 131वीं आयत पढ़ें। सुरह कौसर की आयत पढ़ते समय आपको उस शख्स का दीदार अपने मन में करना है।
अंत में एक बार फिर 7 मरतबा दुरूद ए शरीफ पढ़े। 7 दिन तक यदि आप हर रोज़ किसी को खुद से दूर करने की दुआ पढ़ते है तो यकीनन आपका ज़िन्दगी से वह शख्स दूर हो जाएगा।
किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल
एक बार यदि कोई व्यक्ति हमारी ज़िन्दगी में अपनी जगह बना ले तो उसे दिल से निलाकना आसान नहीं होता। अविवाहित युवा लोगों की ज़िन्दगी में प्यार-मोहब्बत होना एक आम बात है।
लेकिन अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जिस व्यक्ति से हम प्यार करते है उसकी शादी कहीं और पक्की हो जाती है। या फिर हमारा पार्टनर किसी मकसद से दूसरे देश चला जाता है। इसके अलावा कई बार पार्टनर को हमारी कोई बात बुरी लग जाती है,
जिसके कारण वह हमसे ब्रेकअप कर लेता है। भले ही वह हमसे दुनिया के सारे रिश्ते क्यों ना तोड़ ले, लेकिन दिल का रिश्ता तोड़ना इतना आसान नहीं होता है। किसी को अपने दिल से या ज़िन्दगी से निकालने के लिए आप किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल कर सकते है।
Kisi Ko Apni Zindagi Se Nikalne Ka Amal
किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल आपको जुमे के दिन से शुरू करना है। यह अमल आप खुद भी कर सकते है। इसके अलाव यदि घर का कोई शख्स प्यार-मोहब्बत में पागल हो गया है और आप उसके मन से किसी का ख्याल निकालना चाहते है तब भी आप किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल का इस्तेमाल कर सकते है।
इसके लिए आपको तीन बार दुरूद ए पाक पढ़ना है। अब तीन बार बिस्मिल्लाह हिर्र रहमान रहीम पढ़े। और अंत में एक बार फिर तीन मरतबा दुरूद ए पाक पढ़कर पानी पर दम कर दे। किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल के लिए यह पानी पीयें।
इसके अलावा घर के किसी अन्य शख्स या मित्र को भी आप ये दम किया हुआ पानी पिला सकते है। किसी को अपनी ज़िन्दगी से निकालने का अमल आपको एक हफ्ता यानी अगले जुमे तक करना होगा।
किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका
यदि हमारा कोई मित्र या करीबी किसी गलत प्यार में फंस गया है या फिर उसे प्यार में धोखा मिला है तो हम उसे कह देते है कि उस शख्स को हमेशा के लिए भूल जाए। असल में ये बात कहनी और उस पर अमल करने में बहुत बड़ा अंतर होता है।
ये तो केवल वही शख्स जानता है, जिसे प्यार में धोखा मिला है। यदि आपको भी किसी ने प्यार में धोखा मिला है और आप उसे हमेशा के लिए भूल जाना चाहते है तो किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका का इस्तेमाल कर सकते है।
दोस्तों ध्यान रखिए किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका के इस्तेमाल से पहले मौलवी जी की इजाजत अवश्य लें। वहीं कई बार शादीशुदा लोगों को भी किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका जानने की जरूरत पड़ जाती है।
Kisi Ko Bhul Jane Ka Qurani Tarika
शादी के बाद कई बार शौहर और बीवी के बीच लड़ाई होने लगती है और बात तलाक तक पहुंच जाती है। कोर्ट कचहरी मे तलाक भी हो जाता है, लेकिन हम उस शख्स को दिल से नहीं निकाल पाते ऐसे लोग किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीकाअपना सकते हैं।
इसके अलावा ज़िन्दगी में ऐसी विकट परिस्थिति भी आ जाती है, जब प्रेमी-प्रेमिका या पति-पत्नी में से किसी की मौत हो जाती है। उसकी मौत का दुख कई सालों तक लोग दिल में छिपाकर रखते है और उसकी याद में खाना पीना भी बंद कर देते है।
कई बार उस मरे हुए व्यक्ति की आत्मा और साया हमारे सपने में भी आते है। यदि आप इन सब समस्याओं से छुटकारा पाना चाहते है तो किसी को भूल जाने का क़ुरानी तरीका की मदद ले सकते है।