कई बार बीबी ऐसी आ जाती है की किसी के काबू मे नहीं आती और पुरे घर की दुर्दशा हो जाती है इसलिए आज हम आपको नाफरमान बीवी को फरमाबरदार बनाने का वज़ीफ़ा और बीवी को काबू करने का वजीफा बता रहे है. इसे बीवी को अपना दीवाना बनाने का वज़ीफ़ा भी कहा जाता है.
मियां-बीवी के आपसी प्रेम में मिठास होने के बावजूद नजाकत भी भरी होती है। दोनों के स्वभाव में बात-बात पर तुनकमिजाजी का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में कई बार शौहर को लगता है कि उसकी बीवी नाफरमानी कर रही है।
तब उसकी कोशिश होती है कि वह उसे हमेशा के लिए फरमावरदार बना ले। अपने काबू में रखे। अपना दीवाना बना ले, ताकि वह केवल उसके इशारों पर ही चले। हर काम में उसकी मदद करे। बात माने। उसकी जरा भी उपेक्षा नहीं करे। यानी हर शौहर चाहता है कि उसकी बीवी उसके वश में रहते हुए जी-हुजूरी करे।
नाफरमान बीवी का वज़ीफ़ा
इस सिलसिले में रूठी बीवी को मान-मनव्वल कर मनाया जा सकता है, लेकिन कई बार सही बेरूखी का शिकार हो चुकी बीवी को सही रास्ते पर लाने के लिए बहुत जतन करने पड़ते हैं। कारण बदलते वक्त के साथ बीवियांे की सोच बदल गई है।
वह अपनी मनमर्जी के चलते शौहर के बातों की उपेक्षा करने से बाज नहीं आती है। जबकि सामाजिक और पारिवारिक मान-मर्यादा के मुताबिक एक समझदार और सलीकेदार बीवी वही होती है, जो शौहर को गुलाम नहीं बनाए और खुद भी गुलाम की बीवी नहीं कहलाए। ऐसे शौहर और बीवी की ही समाज मे इज्जत बनी रहती है।
नाफरमान बीवी को फरमाबरदार बनाने का वज़ीफ़ा
नाफरमान बीवियों को कुरान के वजीफे से फरमावरदार बनाया जा सकता है। इसके लिए जानकार मौलवी से सटीक वजीफे के बारे में पता करना चाहिए। उसे पढ़ने की पूरी जानकारी लेकर इस्तेमाल करना सही होता है।
वैसे बीवी को असानी से फरमावरदार बनाने वाला वह वजीफा बहुत ही सधारण मात्र दो लफ्जों का अल-वदुदु है। इसे किसी भी दिन अपनी सुविधानुसार बेहतर वक्त निकालकर पढ़ा जा सकता है, लेकिन नमाज पढ़ने जैसे खुद से मन्नत मांगने के कुछ कायदे का पालन किया जाना जरूरी होता है। वे हैं-
Nafarman Biwi Ko Frmabardar Banane Ka Wazifa
- घर के एक कोने में चादर बिछाकर नमाज पढ़ने जैसी स्थिति में बैठ जाएं। उससे पहले वजु अवश्य कर लें।
- उसके बाद आंखें बंद कर अल-वदुदु 1000 बार बुदबुदाते हुए पढ़ें, या मन में ही बोलें।
- वजीफा पढ़ने से पहले और बाद में सात-सात बार दुरूद शरीफ अवश्य पढ़ें।
- इस दौरान पास में चीनी की एक पुड़िया रखें और अंत में उसपर दम करें।
- वजीफा पूरा हो जाने के बाद बीवी के साथ बैठकर खाना खाएं। भोजन के किसी व्यंजन में दम किए हुए चीनी को मिला लें।
- इस प्रक्रिया को तबतक दुहराते रहें जबतक कि आपको अपनी बीवी में आपके प्रति झुकाव लिए हुए बदलाव की झलक न दिखने लगे।
बीवी को काबू करने का वजीफा
एक शौहर कई बार बीवी के मन-मिजाज को समझ नहीं पाता है। उसके साथ अपनत्व बनाने में कहीं न कहीं कोई चूक हो जाती है। इस स्थिति में बीवियों का मायके से लगाव छूटता नहीं है और वह बार-बार मायके जाने की नाफरमानी कर बैठती हैं।
इस तरह की बीवी को नीचे दिए गए वजीफे के अमल से उसके दिल में अपने शौहर के प्रति अथाह मोहब्बत जगाई जा सकती है। यह कहें यह वजीफा अगर बीवी को वश में करने के लिए है, तो उसमें मोहब्बत पैदा करने के लिए भी है।
- वह वजीफा है- या अल्लाहो, या लतिफो या वदोदो या बुदद्दू ।
- इसके वजीफे को प्रतिदिन 11 तस्बीह फजर में और 11 तबीह इशा में नमाज के बाद पढ़ें।
- इसके अवल और आखिर में तीन-तीन बार दुरूद शरीफ भी पढ़ें। उसके बाद रूआंसा होकर भर्राई आवाज में खुदा से अपनी बीवी को अपने लिए फरमावरदार बनाने की दुआ मांगे।
- अंत में चीनी की पुड़िया पर फूंक मारें और उसे अपनी बीवी को अवश्य खिलाएं।
- जानकार मौलवी का मानना है कि इस वजीफे का असर तीन से पांच दिनों में अवश्य दिख जाता है। शौहर के लिए बीवी का मोहब्बत पाने के लिए यह बहुत ही शानदार वजीफा है।
Biwi Ko Kabu Karne Ka Wazifa
कुछ बीवियां अपने शौहर को कुछ समझती ही नहीं हैं और उनमें नीडरता कूट-कूटकर भरी होती है। ऐसी बेकाबू बीवियों को को नीचे दिए गए वजीफे से दुरूस्त कर काबू में लाया जा सकता है। वजीफा है-
बिस्मिल्लााही अलियुल अजीमे अल्लाहु अकबर अल्लहु अकबर। बिस्मिल्लाही अल्लाह हुम्मा जानिब नाष शाहिताना वा जानी बिश शाहिताना में रजा तन्कात्ना। अल्लाह हुम्मा इन्नी अस अलुका मिन खैरिही वाखैरी मा फी वा खैरी मा जबल ताह अली वाह औधु बा शारी मा जबलताह अली।
कुरान-ए-शरीफ के जानकार मौलवी के अनुसार इस वजीफे को 40 दिनों तक लगातार एक निर्धारित समय में पढ़़ने की सलाह दी गई है। इसका उच्चारण सही तरह से किया जाना चाहिए। इसे बुदबुदाकर या मन मे भी निम्न तरीके से पढ़ा जा सकता है-
- इस वजीफे को किसी भी दिन किसी भी वक्त से शुरू किया जा सकता है, लेकिन आगे के दिनों वाले समय में कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए।
- इसे पढ़ने की तैयारी के रूप में घर के किसी एकांत कोने में जमीन पर चादर बिछाएं और वजु करने के बाद नमाज पढ़ने की स्थिति में घुटनों के बल बैठ जाएं।
- सबसे पहले सुरह इखलास पढ़ें। उसके बाद दुआ को 21 बार पढ़ें।
- अंत में चीनी या कोई मीठी खाने की चीज पर दम करें और उसे अपनी बीवी को अवश्य खिलाएं।
बीवी को अपना दीवाना बनाने का वज़ीफ़ा
इन वजीफों के अतिरिक्त कई मौलवी ताबीज इस्तेमाल करने की भी सलाह देते हैं। इसे प्यार की ताबीज का नाम दिया गया है। ताबीज बीवी को धारण करवाने से पहले उसे दोनों हथेली पर रखकर निम्न तरीके से नमाज अदा करने की सलाह दी गई है।
Biwi Ko Apna Deewana Banane Ka Wazifa
- किसी भी दिन और किसी भी समय में स्नान और वजु के बाद नमाज पढ़ने के लिए बैठ जाएं।
- नमाज की दो रकअत पढ़ें। फिर कुरान-ए-पाक को खोलकर सुराह यासीन पढ़ें।
- सुराह यसीन खत्म करने के बाद अल्लाह से अपनी बीवी की सलामती की दुआ मांगें।
- फिर अल्लाह से बीवी के स्वभाव और उसकी जिंदगी में बदलाव लाने की दुआ करें। बीवी में उसके प्रति प्रेम भाव पैदा करने की मन्नत मांगें।
- उसके बाद बीवी को ताबीज पहनने को दें और मिठाई खिलाएं।
- इसके साथ ही बीवी को शौहर द्वारा यह विश्वास दिलाना आवश्यक है कि पहनी जाने वाली ताबीज से दोनों के बीच बशुमार मोहब्बत हमेशा के लिए बनी रहेगी। उनकी मोहब्बत पर किसी की नजर नहीं लगेगी और अल्लह उनपर हमेशा मेहरबान रहेंगे।